एक आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर कनाडा ने जो प्रतिक्रिया दी है वो दुनिया के सामने है. निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगाकर कनाडा भारतीय राजनयिक को अपने देश से निकाल देना. फिर भारत की ओर से कनाडाई राजनयिक का निष्कासन और वीजा पर बैन लगा देना. कुलमिलाकर ट्रूडो के उकसावे से भारत-कनाडा के रिश्तों दांव पर लग गए हैं. आइये जानते हैं कि ये हालात और कहां तक जा सकते हैं. अगर कनाडा अपनी गतिविधियों को ऐसे ही अंजाम देता रहा, तो हालात राजनयिक संबंध खत्म होने तक जा सकते हैं. आइये, समझते हैं कि दो देशों के बीच जब हालात बिगड़ते हैं तो वो कितने चरणों से होकर गुजरते हैं.
करीमा बलोच. बलूचिस्तान आंदोलन का बड़ा चेहरा. बलूचिस्तान यानी पाकिस्तान का वो प्रांत जहां आजादी की जंग छिड़ी हुई है. करीमा बलोच भी यही लड़ाई लड़ रही थी लेकिन पाकिस्तान को ये पसंद नहीं था. उन्हें धमकाया गया. डराया गया. आखिरकार करीमा बलोच को पाकिस्तान छोड़कर कनाडा आना पड़ा. यहां भी उन्हें धमकियां मिलती रहीं. और एक दिन वो अपने घर से निकलीं तो लौटकर ही नहीं आईं. नदी किनारे उनका शव मिला. उनका शव टोरंटो की ओंटारियो नदी के पास मिला था. पुलिस ने सुसाइड बताया. परिवार वाले पाकिस्तान पर आरोप लगाते रहे. कुछ दिन में केस बंद कर दिया गया. इतनी बड़ी नेता की मौत पर कनाडा सरकार की ओर से कोई बयान तक नहीं आया.
सेमीकंडक्टर कहें या चिप... सिलिकॉन और जर्मेनियम से बनने वाली ये छोटी सी डिवाइस मॉर्डन साइंस का आधार है. हमारे पड़ोसी चीन में इस इंडस्ट्री के खड़े होने की स्टोरी एक चीनी लड़की की विज्ञान यात्रा की कहानी है. अमेरिका पढ़ने आई इस लड़की ने पेंसिलवेनिया की एक फिजिक्स लैब में एक सपना देखा. आजीवन अविवाहित रही इस लड़की की बाकी जिंदगी इसी सपने को जीने की एक रोमांचक कहानी है.
अमेरिका हो या फिर ऑस्ट्रेलिया और यूनाइटेड किंगडम. कोई भी जस्टिन ट्रूडो के साथ खड़ा नहीं हुऔ. दुनिया छोड़िए जस्टिन ट्रूडो अपने देश अपनी सरकार में अकेले पड़ गए हैं. कनाडा के डिप्टी प्राइम मिनिस्टर और ट्रूडो की पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इस मामले पर कुछ भी नहीं बोला है. सवाल ये है कि क्या इसकी वजह कमजोर आरोप हैं? आखिर जस्टिन ट्रू़डो ने ऐसा किया क्यों जवाब बहुत हैरान करने वाला है.
खालिस्तानी समर्थक शुभजीत का भारत में विरोध हो रहा है. शुभ पर खालिस्तानी समूहों को समर्थन देने और भारत का गलत नक्शा शेयर करने का आरोप है. प्रो खालिस्तानी-कनाडाई रैपर शुभ का मुंबई कॉन्सर्ट रद्द किया गया है. बुक माय शो कंपनी ने उन सभी लोगों के टिकट के पैसे भी वापस देना शुरू कर दिया है, जिन्होंने शो के लिए टिकट खरीदे थे.
पंजाब से 2017 में जाली पासपोर्ट के सहारे कनाडा फरार हुए गैंगस्टर सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा दुनेके का कत्ल कर दिया गया है. सुक्खा दुनुके की कनाडा के विनिपिग में गोली मारकर हत्या कर दी गई है. सुक्खा दुनुके मोस्ट वांटेड आतंकी था. वह 41 आतंकवादियों और गैंगस्टरों की उस लिस्ट में भी शामिल था जिसे एनएआईए ने जारी किया था.
भारत और कनाडा के बीच बिगड़ते रिश्तों के बीच भारतीय विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस की. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि कनाडा आतंकवादी गतिविधियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बन गया है. उसे अपनी अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा के बारे में सोचने की जरूरत है.
जून 2023 में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया है कि निज्जर की हत्या में भारत शामिल था. भारत ने कनाडा के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है. कनाडा से सख्त लहजे में पेश आते हुए भारत ने कहा है कि ट्रूडो आरोप लगाने के बजाय सबूत साझा करें.
बलूचिस्तान की आजादी की लड़ाई लड़ रहीं करीमा बलोच की दिसंबर 2020 में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. उनका शव कनाडा के टोरंटो की ओंटारियो झील में मिला था. पुलिस ने दो दिन में ही इसे दुर्घटना बता दिया और केस बंद कर दिया. जबकि, इसके पीछे पाकिस्तान और आईएसआई का नाम सामने आ रहा था. उसके बावजूद कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने कुछ नहीं कहा था.
खालिस्तानी आतंकियों को संरक्षण देने को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कनाडा सरकार की छवि खराब होती जा रही है. वहीं भारत के साथ रिश्तों में खटास भी बढ़ गई है. इस बीच खुफिया सूत्रों से हैरान कर देने वाली जानकारी सामने आई है कि कनाडा में खालिस्तानी पाकिस्तान के ISI एजेंटों से नियमित रूप से फंडिंग प्राप्त कर रहे हैं.
कश्मीर में चल रहे एनकाउंटर में आतंकी लगातार ढेर हो रहे हैं. हाल में मारा गया टैररिस्ट लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ था. करीब-करीब सबका ही कनेक्शन पाकिस्तान के किसी आतंकी गुट से दिखता है. दहशतगर्दों के पास मॉडर्न हथियार भी हैं और पक्की ट्रेनिंग भी. इनके लिए कथित तौर पर वहीं से फंडिंग होती है. लेकिन जिसके पास खाने को पैसे नहीं, वो आतंक फैलाने के लिए मोटी रकम कहां से ला रहा है?
खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड को लेकर की गई जस्टिन ट्रूडो की टिप्पणी के बाद भारत और कनाडा के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर है. जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया है कि हरदीप सिंह हत्याकांड में भारत का हाथ है, जिसे भारत ने सिरे से खारिज कर दिया है. हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब किसी खालिस्तानी आतंकी को लेकर दोनों देश आमने-सामने हैं.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने वीडियो लिंक के जरिए लंदन से लाहौर में एक पार्टी बैठक को संबोधित किया और कहा, आज पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पैसे की भीख मांगने के लिए मुल्क-मुल्क घूम रहे हैं. जबकि भारत चांद पर पहुंच गया है. जी20 बैठकें कर रहा है. भारत ने जो कारनामा किया वो पाकिस्तान क्यों नहीं कर पाया. इसके लिए कौन जिम्मेदार है?
कनाडा ने ब्रिटिश कोलंबिया में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में संभावित रूप से भारतीय एजेंट के शामिल होने का आरोप लगाकर पूरी दुनिया में सनसनी फैला दी है. हालांकि, यह आरोप ज्यादा देर तक नहीं टिक सके और खुद प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के तेवर नरम पड़ गए. कनाडा का कहना है कि उसने इस खुफिया जानकारी पर संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ 'बहुत करीब से' काम किया है.
कनाडा और भारत के बीच खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह हत्याकांड को लेकर तनाव चरम पर है. कनाडा ने सोमवार 18 सितंबर को खालिस्तानी आतंकी की हत्या में भारत की संलिप्तता का आरोप लगाते हुए भारत के एक शीर्ष राजनयिक को निष्कासित कर दिया जिसके बाद भारत ने भी कनाडा के एक शीर्ष राजनयिक को पांच दिनों के भीतर देश से निकलने का आदेश जारी कर दिया है.
बाइडेन ने 193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र महासभा के उद्घाटन दिवस पर राष्ट्राध्यक्षों और सरकार के प्रमुखों को अपने संबोधन में कहा कि अभूतपूर्व प्रयास में हमने जी20 में संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, जॉर्डन और इज़राइल के माध्यम से भारत को यूरोप से जोड़ने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि इससे दो महाद्वीपों में निवेश के अवसर बढ़ेंगे.
कनाडा ने सोमवार को खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की संलिप्तता का आरोप लगाते हुए भारत के एक शीर्ष राजनयिक को निष्कासित कर दिया था. साथ ही इस मुद्दे पर भारत को घेरने के लिए कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने जी-7 के सदस्य देश ब्रिटेन से बात भी की थी. लेकिन ब्रिटेन ने कनाडा को झटका दे दिया है.