
Umran Malik Fastest Ball: उमरान मलिक की सबसे तेज बॉल पर विवाद, हिंदी-इंग्लिश चैनल के चक्कर में फैन्स उलझे
AajTak
भारतीय टीम के तेज गेंदबाज उमरान मलिक ने श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज के पहले मुकाबले में 156 की रफ्तार से गेंद डाली. मगर अब इसी बॉल को लेकर भी एक विवाद सामने आया है. ऐसे में अब यह भी सस्पेंस बढ़ गया है कि यह 156 की रफ्तार वाली बॉल उमरान के खाते में जोड़ी जाएगी या नहीं.
Umran Malik Fastest Ball: भारतीय टीम के तेज गेंदबाज उमरान मलिक इन दिनों इंटरनेशनल क्रिकेट में भी अपनी रफ्तार का जादू बिखेर रहे हैं. हाल ही में उमरान ने श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज के एक मैच में 155 km/h की रफ्तार से बॉल डालकर रिकॉर्ड बनाया था. अब उन्होंने अपना यही रिकॉर्ड फिर से तोड़ दिया है.
उमरान ने श्रीलंका के खिलाफ ही तीन मैचों की वनडे सीरीज के पहले मुकाबले में 156 km/h की रफ्तार से गेंद डाली. मगर अब इसी बॉल को लेकर भी एक विवाद सामने आया है. ऐसे में अब यह भी सस्पेंस बढ़ गया है कि यह 156 की रफ्तार वाली बॉल उमरान के खाते में जोड़ी जाएगी या नहीं.
हिंदी-इंग्लिश चैनल के फेर में उलझे फैन्स
दरअसल, उमरान ने गुवाहाटी वनडे मुकाबले में श्रीलंकाई पारी के दौरान 14वें ओवर की चौथी बॉल सबसे तेज डाली थी. यह उमरान का खुद का मैच में दूसरा ओवर था. इस बॉल को डालने के बाद हिंदी कमेंट्री वाले चैनल पर बॉल की स्पीड नहीं दिखाई गई थी. मगर थोड़ी देर बाद ही उस ओवर की सभी गेंदों की स्पीड दिखाई गई, जिसमें एक बॉल 156 km/h की रफ्तार वाली भी दिखाई थी.
pic.twitter.com/j0vYwhpiPd
ऐसे में हिंदी कमेंट्री चैनल को देखने वाले फैन्स को लगा कि उमरान ने 156 km/h की रफ्तार वाली बॉल डालकर रिकॉर्ड कायम कर दिया है. मगर इंग्लिश कमेंट्री वाले चैनल पर उसी ओवर की चौथी बॉल की स्पीड को 145.7 km/h दिखाया. यानी अब यह कन्फ्यूजन पैदा हो गया है कि आखिर उस बॉल की असली स्पीड किया था? यदि यही कन्फ्यूजन रहा तो शायद ही उमरान के खाते में यह 156 km/h की रफ्तार को जोड़ा जाएगा.

भारत और साउथ अफ्रीका के बीच वनडे सीरीज का तीसरा और निर्णायक मैच अब शनिवार (6 दिसंबर) को वाइजैग (विशाखापत्तनम) में है. रांची में भारत जीता और रायपुर में अफ्रीकी टीम ने जीत दर्ज की. वाइजैग के साथ भारत के लिए एडवांटेज यह है कि यहां टीम का रिकॉर्ड शानदार है. यहां कोहली-रोहित चलते हैं, साथ ही 'ब्रांड धोनी' को पहली बड़ी पहचान यहीं मिली थी.












