
NEET UG 2025 counselling: 21 जुलाई से शुरू होगी नीट यूजी काउंसलिंग, चेक करें डिटेल
AajTak
NEET UG 2025 counselling: मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) ने NEET UG 2025 काउंसलिंग का आधिकारिक शेड्यूल जारी कर दिया है. योग्य उम्मीदवार 21 जुलाई से mcc.nic.in पर राउंड 1 के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू कर सकते हैं और पहला सीट आवंटन परिणाम 31 जुलाई को घोषित किया जाएगा.
NEET UG 2025 counselling: मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) ने आधिकारिक तौर पर NEET UG 2025 काउंसलिंग शेड्यूल जारी कर दिया है. मई में आयोजित NEET UG 2025 परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले उम्मीदवार 21 जुलाई, 2025 से शुरू होने वाली काउंसलिंग के पहले राउंड के लिए आधिकारिक वेबसाइट mcc.nic.in पर पंजीकरण कर सकेंगे. NEET UG के नतीजे 14 जून को घोषित किए गए थे. एमसीसी अधिसूचना के अनुसार, एमबीबीएस, बीडीएस और बीएससी नर्सिंग कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया चार राउंड में आयोजित की जाएगी, जिसमें 15% अखिल भारतीय कोटा (एआईक्यू) के तहत सीटों के लिए एक मोप-अप और एक स्ट्रे वैकेंसी राउंड शामिल है, और एम्स, जेआईपीएमईआर, बीएचयू, एएमयू और ईएसआईसी संस्थानों जैसे केंद्रीय और डीम्ड विश्वविद्यालयों में 100% सीटें शामिल हैं.
NEET UG 2025 काउंसलिंग के लिए कौन पात्र है? केवल NEET UG 2025 उत्तीर्ण उम्मीदवार ही भाग लेने के पात्र हैं.
काउंसलिंग में कौन-कौन से कॉलेज शामिल हैं
NEET UG 2025 काउंसलिंग राउंड 1: प्रमुख तिथियां
MOP-UP ROUND 3 SCHEDULE
स्ट्रे वैकेंसी राउंड शेड्यूल ओटीपी-आधारित सीट मैट्रिक्स वेरिफिकेशन: 20 सितंबर, 2025 पंजीकरण और भुगतान: 22 सितंबर से 24 सितंबर, 2025 तक भुगतान की अंतिम तिथि: 24 सितंबर, 2025 (शाम 6 बजे तक) विकल्प भरना: 22 सितंबर से 25 सितंबर, 2025 तक चॉइस लॉकिंग: 24 सितंबर (रात 8 बजे) से 25 सितंबर (सुबह 8 बजे) सीट आवंटन: 25 सितंबर से 26 सितंबर, 2025 परिणाम घोषणा: 27 सितंबर, 2025 संस्थानों को रिपोर्टिंग: 27 सितंबर से 3 अक्टूबर, 2025 तक

Polar Loop price in India: भारतीय बाजार में Polar ने अपना स्क्रीनलेस फिटनेस ट्रैकर लॉन्च कर दिया है. ये डिवाइस Whoop Band जैसे फीचर्स के साथ आता है. जहां Whoop Band के लिए यूजर्स को हर साल सब्सक्रिप्शन खरीदना होता है. वहीं Polar Loop के साथ ऐसा कुछ नहीं है. इस बैंड को यूज करने के लिए किसी सब्सक्रिप्शन की जरूरत नहीं होगी.

इंडिगो एयरलाइन की उड़ानों पर मंडराता संकट शनिवार, 6 दिसंबर को भी खत्म नहीं हुआ और हालात लगातार पांचवें दिन बिगड़े रहे. देश के कई हिस्सों में बड़ी संख्या में फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ीं. बीते चार दिनों से जारी इस गड़बड़ी का सबसे बड़ा असर शुक्रवार को दिखा, जब 1,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुईं, जबकि गुरुवार को करीब 550 फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ी थीं.

भारत और यूरोप के वर्क कल्चर में फर्क को जर्मनी में काम कर रहे भारतीय इंजीनियर कौस्तव बनर्जी ने 'जमीन-आसमान का अंतर] बताया है. उनके मुताबिक, भारत में काम का मतलब अक्सर सिर्फ लगातार दबाव, लंबे घंटे और बिना रुके डिलीवरी से जुड़ा होता है, जबकि जर्मनी और यूरोप में काम के साथ-साथ इंसान की जिंदगी को भी बराबर अहमियत दी जाती है.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo का संचालन शनिवार को भी पटरी पर नहीं लौट सका. संकट अब पांचवें दिन में पहुंच गया है और दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु व चेन्नई एयरपोर्ट पर यात्री रातभर अपने उड़ानों का इंतजार करते नजर आए. पिछले चार दिनों में एयरलाइन को 2,000 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं, जिससे करीब तीन लाख से ज्यादा यात्रियों की यात्रा योजनाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं.









