
Shikhar Dhawan Ind Vs Zim: ‘खुशी से नहीं जिया तो...’, कप्तानी जाने के बाद पहली बार बोले शिखर धवन
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टीम इंडिया के 'गब्बर' शिखर धवन को पहले जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे सीरीज़ के लिए कप्तान बनाया गया था, लेकिन केएल राहुल की वापसी हुई तो कमान उनके हाथ में ही गई. जिम्बाब्वे के खिलाफ सीरीज़ शुरू होने से पहले शिखर धवन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और नकारात्मक बातों से किस तरह डील किया जाता है उसके बारे में फैन्स को बताया.
टीम इंडिया को गुरुवार (18 अगस्त) से जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे सीरीज़ खेलनी है. तीन मैच की इस सीरीज़ में भारतीय टीम की अगुवाई केएल राहुल कर रहे हैं. केएल राहुल लंबे वक्त के बाद टीम इंडिया में वापसी कर रहे हैं और चोट से उबरकर लौट रहे हैं. पहले इस सीरीज़ के लिए शिखर धवन को कप्तान बनाया गया था, लेकिन फिर केएल राहुल वापस आ गए.
अब जब जिम्बाब्वे के खिलाफ मैच होने को है, तब शिखर धवन ने मीडिया से बात की है इस दौरान उन्होंने कई शानदार बातें कहीं. इतने प्रेशर के बाद भी कैसे नकारात्मकता को दूर किया जा सकता है, जब इसपर शिखर धवन से सवाल हुआ तो उन्होंने कहा कि यह चीज़ें उनको आध्यात्मिकता के माध्यम से आईं.
शिखर धवन ने कहा, 'जैसे हम क्रिकेट की प्रैक्टिस करते हैं, वैसे ही इसकी भी प्रैक्टिस है. मैं यह बात युवाओं को भी बताने की कोशिश करते हैं. एक क्रिकेटर के तौर पर हम एक सपने को जी रहे हैं, इतने साल से हम खेल रहे हैं तो सपने को खुशी से ही जीना चाहिए.’
टीम इंडिया के उप-कप्तान बोले कि अगर इस सपने को खुशी से नहीं जिया तो फिर क्या फायदा? इसलिए जो भी छोटी-छोटी बातें हैं, उनपर गौर नहीं करते हैं. नकारात्मकता को पास नहीं आने देते हैं और चीज़ को सकारात्मकता में बदल देते हैं.
.@SDhawan25 on his new outlook towards life 👌👌#TeamIndia | #ZIMvIND pic.twitter.com/iPpMR4alHn
ऐन वक्त पर बदला गया था कप्तान

भारत और साउथ अफ्रीका के बीच वनडे सीरीज का तीसरा और निर्णायक मैच अब शनिवार (6 दिसंबर) को वाइजैग (विशाखापत्तनम) में है. रांची में भारत जीता और रायपुर में अफ्रीकी टीम ने जीत दर्ज की. वाइजैग के साथ भारत के लिए एडवांटेज यह है कि यहां टीम का रिकॉर्ड शानदार है. यहां कोहली-रोहित चलते हैं, साथ ही 'ब्रांड धोनी' को पहली बड़ी पहचान यहीं मिली थी.












