
Asia Cup Update: IPL फाइनल के दिन तय होगा एशिया कप का भविष्य, BCCI सेक्रेटरी जय शाह का बड़ा बयान
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एशिया कप कब होगा? इस बारे में फैसला आईपीएल फाइनल के बाद होगा. इस बात की जानकारी बीसीसीआई सेक्रेटरी जय शाह ने दी. दरअसल, भारत ने पाकिस्तान में होने वाले एशिया कप में अपनी टीम भेजने से मना कर दिया था.
एशिया कप के आयोजन को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है. इस मामले में अब बीसीसीआई सेक्रेटरी जय शाह ने एक महत्वपूर्ण अपडेट दिया है. जय शाह ने कहा कि एशिया कप के बारे में आईपीएल फाइनल वाले दिन ही फैसला हो सकता है. दरअसल, बीसीसीआई ने एशिया के लिए टीम इंडिया को भेजने से मना कर दिया था.
एशिया कप टूर्नामेंट के आयोजन को लेकर फिलहाल तमाम आशंकाओं के बादल घिरे हुए हैं. जय शाह ने पीटीआई से कहा, ‘अभी तक एशिया कप के आयोजन स्थल को लेकर फैसला नहीं किया गया है. हम अभी आईपीएल में व्यस्त थे, लेकिन श्रीलंका क्रिकेट, बांग्लादेश और अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के शीर्ष पदाधिकारी आईपीएल फाइनल देखने के लिए आ रहे हैं. हम इस पर चर्चा करके उचित समय पर फैसला करेंगे.’
इस साल एशिया कप का मेजबान पाकिस्तान है, लेकिन भारतीय क्रिकेट टीम केंद्र सरकार की अनुमति के बिना पड़ोसी देश की यात्रा नहीं कर सकती और ऐसे में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) से अध्यक्ष नजम सेठी ने एक ‘हाइब्रिड मॉडल’ का प्रस्ताव रखा, जिससे कि चार मैच का आयोजन उनके देश में हो सकता है.
एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) के सूत्रों के अनुसार सेठी के इस फॉर्मूले के अनुसार श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल और अफगानिस्तान के लीग चरण के चार मैच पाकिस्तान में होंगे, जबकि भारत अपने मैच तटस्थ स्थल पर खेलेगा. भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाला मैच श्रीलंका में खेला जा सकता है, वहीं पीसीबी यह मैच दुबई में करवाना चाहता है.
एसीसी के सूत्रों ने कहा, ‘एसीसी के प्रमुख जय शाह कार्यकारी बोर्ड की बैठक बुलाएंगे जहां इस बारे में अंतिम घोषणा की जाएगी. पीसीबी को भारत के खिलाफ तटस्थ स्थान पर खेलने में कोई दिक्कत नहीं है, हालांकि वह यह मैच दुबई में करवाना चाहता है.’

भारत और साउथ अफ्रीका के बीच वनडे सीरीज का तीसरा और निर्णायक मैच अब शनिवार (6 दिसंबर) को वाइजैग (विशाखापत्तनम) में है. रांची में भारत जीता और रायपुर में अफ्रीकी टीम ने जीत दर्ज की. वाइजैग के साथ भारत के लिए एडवांटेज यह है कि यहां टीम का रिकॉर्ड शानदार है. यहां कोहली-रोहित चलते हैं, साथ ही 'ब्रांड धोनी' को पहली बड़ी पहचान यहीं मिली थी.












