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गौरव, गौतम, गरुड़ और सुदर्शन! भारत के इन ग्लाइड बमों से बचकर रहें चीन-पाक, चंद सेकंडों में दिखा देंगे तबाही का मंजर
Zee News
India Glide Bombs: भारत ने ग्लाइड बमों पर अपना फोकस किया है और बीते कुछ सालों में ऐसे-ऐसे विस्फोटक बम हासिल किए हैं, जो आधुनिक तकनीक से लैस हैं. भारत ने सबसे पहले सुदर्शन ग्लाइड बम बनाया था, इसके बाद तो गौतम और गौरव जैसे शक्तिशाली बम भी बना लिए.
Glide Bombs of India: भारत ने हाल के सालों में रक्षा तकनीक में नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं. खासकर, स्वदेशी हथियारों पर अधिक फोकस किया जा रहा है, ताकि विदेशी निर्भरता को कम किया जा सके. 'आत्मनिर्भर भारत' का सपना साकार करने के लिए रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने ग्लाइड बमों को विकसित किया है. ये ग्लाइड बम भारतीय एयरफोर्स की नई ताकत बनने जा रहे हैं. इनसे पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान की चिंता बढ़ गई है.

INS Aridaman: भारतीय नौसेना जल्द ही अपनी सबसे एडवांस्ड न्यूक्लियर बैलिस्टिक मिसाइल सबमरीन INS अरिदमन को फ्लीट में शामिल करने वाली है. नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने पुष्टि की है कि यह पनडुब्बी अब अंतिम ट्रायल्स में है. जल्दी ही ऑपरेशनल हो जाएगी. अरिहंत-क्लास की यह तीसरी SSBN सबमरीन अब तक की सबसे शक्तिशाली मानी जा रही है. जो भारत की परमाणु क्षमता को एक नए स्तर पर पहुंचाने वाली है.

36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.








