
कोरोना की तीसरी लहर आने में 6 से 8 माह का वक्त, सितंबर से बच्चों को भी दी जा सकती है वैक्सीन
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कोविड-19 वर्किंग ग्रुप के सदर डॉ एनके अरोड़ा ने बताया है कि मुल्क में अगर कोरोना की तीसरी लहर आती है तो यह दूसरी लहर जितनी खतरनाक नहीं होगी. हालांकि इसके बावजूद हमें वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ानी होगी.
नई दिल्लीः कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बाद भी तीसरी लहर से कोई निजात और राहत के आसार नजर नहीं आ रहे हैं. आईसीएमआर के रिर्सच रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना की तीसरी लहर आएगी ही लेकिन अभी इसके आने में थोड़ा वक्त लगेगा. कोविड-19 वर्किंग ग्रुप के सदर डॉ एनके अरोड़ा ने बताया है कि मुल्क में अगर कोरोना की तीसरी लहर आती है तो यह दूसरी लहर जितनी खतरनाक नहीं होगी. हालांकि इसके बावजूद हमें वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ानी होगी. डॉ. अरोड़ा ने कहा कि अभी हमारे पास देश में हर किसी का वैक्सीनेशन करने के लिए 6 से 8 महीने का वक्त है. हमारा लक्ष्य हर दिन कम से कम 1 करोड़ लोगों को कोरोना की खुराक देने का होना चाहिए. वहीं डॉ. एनके अरोड़ा ने बताया कि जायडस कैडिला वैक्सीन का ट्रायल लगभग पूरा हो चुका है। हम जुलाई के अंत तक या अगस्त में 12-18 आयु वर्ग के बच्चों को यह टीका देना शुरू कर सकते हैं. ICMR has come up with a study which says 3rd wave is likely to come late. We've window period of 6-8 months to immunise everybody in country. In coming days, our target is to administer 1 crore doses every day: Dr NK Arora, Chairman, COVID working group — ANI (@ANI)
36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

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