
Schools Closed: 22 और 25 नवंबर को हरियाणा के इन जिलों में बंद रहेंगे स्कूल
AajTak
Haryana Schools Closed News, Haryana Panchayat Election 2022: हरियाणा सरकार ने 22 और 25 नवंबर 2022 को राज्य के चार जिलों में सभी शिक्षण संस्थानों को बंद रखने का फैसला किया है. जिला परिषद और पंचायत चुनाव 2022 के चलते यह फैसला लिया गया है.
Haryana Schools Closed News: हरियाणा सरकार ने राज्य के चार जिलों में सभी स्कूल दो दिन बंद रहेंगे. हरियाणा के सूचना, जनसंपर्क और भाषा विभाग के निदेशालय ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इसकी घोषणा की. दी गई जानकारी के मुताबिक, जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव (Haryana Elections) के चलते स्कूल बंद रखने का फैसला लिया गया है.
DPR Haryana ने अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से बताया कि हरियाणा में चार जिलों में चुनाव मतदान के चलते 22 नवंबर और 25 नवंबर 2022 को सभी स्कूल बंद रहेंगे. स्कूलों के साथ-साथ बोर्डों, निगमों और शैक्षणिक संस्थानों में भी सार्वजनिक अवकाश रहेगा.
ट्विट में लिखा, 'फरीदाबाद, पलवल, फतेहाबाद और हिसार में 22 नवंबर को जिला परिषद व पंचायत समिति तथा 25 नवंबर को पंच व सरपंच के पद के लिए होने वाले मतदान के मद्देनजर इन जिलों के अधिकार क्षेत्र में राज्य सरकार के कार्यालयों, बोर्डों, निगमों और शैक्षणिक संस्थानों आदि में सार्वजनिक अवकाश रहेगा.'
#फरीदाबाद, #पलवल, #फतेहाबाद और #हिसार में 22 नवंबर को जिला परिषद व पंचायत समिति तथा 25 नवंबर को पंच व सरपंच के पद के लिए होने वाले मतदान के मद्देनजर इन जिलों के अधिकार क्षेत्र में राज्य सरकार के कार्यालयों, बोर्डों, निगमों और शैक्षणिक संस्थानों आदि में सार्वजनिक अवकाश रहेगा।
बता दें कि हरियाणा में सरपंच, पंचायत समिति के सदस्यों और जिला परिषद के पदों के लिए मतदान हो रहा है. पहले चरण का चुनाव 30 अक्टूबर से शुरू हुआ था, जो 25 नवंबर को तीसरे और अंतिम चरण के साथ समाप्त होगा.

Polar Loop price in India: भारतीय बाजार में Polar ने अपना स्क्रीनलेस फिटनेस ट्रैकर लॉन्च कर दिया है. ये डिवाइस Whoop Band जैसे फीचर्स के साथ आता है. जहां Whoop Band के लिए यूजर्स को हर साल सब्सक्रिप्शन खरीदना होता है. वहीं Polar Loop के साथ ऐसा कुछ नहीं है. इस बैंड को यूज करने के लिए किसी सब्सक्रिप्शन की जरूरत नहीं होगी.

इंडिगो एयरलाइन की उड़ानों पर मंडराता संकट शनिवार, 6 दिसंबर को भी खत्म नहीं हुआ और हालात लगातार पांचवें दिन बिगड़े रहे. देश के कई हिस्सों में बड़ी संख्या में फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ीं. बीते चार दिनों से जारी इस गड़बड़ी का सबसे बड़ा असर शुक्रवार को दिखा, जब 1,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुईं, जबकि गुरुवार को करीब 550 फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ी थीं.

भारत और यूरोप के वर्क कल्चर में फर्क को जर्मनी में काम कर रहे भारतीय इंजीनियर कौस्तव बनर्जी ने 'जमीन-आसमान का अंतर] बताया है. उनके मुताबिक, भारत में काम का मतलब अक्सर सिर्फ लगातार दबाव, लंबे घंटे और बिना रुके डिलीवरी से जुड़ा होता है, जबकि जर्मनी और यूरोप में काम के साथ-साथ इंसान की जिंदगी को भी बराबर अहमियत दी जाती है.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo का संचालन शनिवार को भी पटरी पर नहीं लौट सका. संकट अब पांचवें दिन में पहुंच गया है और दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु व चेन्नई एयरपोर्ट पर यात्री रातभर अपने उड़ानों का इंतजार करते नजर आए. पिछले चार दिनों में एयरलाइन को 2,000 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं, जिससे करीब तीन लाख से ज्यादा यात्रियों की यात्रा योजनाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं.









