PM मोदी ने 'मन की बात' में क्यों की पंजाब के इस 'छोले-भटूरे' वाले की तारीफ, ये है वजह
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मोदी ने 1990 के दशक में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए संगठन के काम को संभालने के दौरान चंडीगढ़ में बिताए समय को भी याद किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि यह बहुत ही खुशमिजाज और खूबसूरत शहर है. यहां रहने वाले लोग भी बड़े दिल वाले हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 'मन की बात' कार्यक्रम में एक 'छोले-भटूरे' विक्रेता की सराहना की. तब से वह काफी चर्चा में हैं. यह विक्रेता टीकाकरण के सबूत दिखाने वालों को मुफ्त 'छोले-भटूरे' देता है. रविवार को रेडियो पर प्रसारित अपने मासिक कार्यक्रम 'मन की बात' में प्रधानमंत्री ने कहा, ''चंडीगढ़ के सेक्टर-29 में संजय राणा एक फूड स्टॉल चलाते हैं और साइकिल पर 'छोले भटूरे' बेचते हैं.'' मोदी ने कहा कि राणा की बेटी रिद्धिमा और भतीजी रिया ने उन्हें टीका लगवाने वालों को मुफ्त में 'छोले भटूरे' देने का सुझाव दिया था.डीसीपी (महिलाओं के खिलाफ अपराध) वीरेंद्र विज ने बताया कि शिक्षक संजू वर्मा ने लड़की को पहले इंस्टाग्राम पर फॉलो करने के अनुरोध को स्वीकार करने के लिए मजबूर किया. इसके बाद आरोपी शिक्षक ने ऐप पर उसे "अश्लील" मैसेज भेजने शुरू कर दिए. मामले की जानकारी मिलने के बाद पीड़िता के पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी.
राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.