
H-1B वीज़ा पर अमेरिका का ₹88 लाख का नया नियम, भारतीयों पर असर
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अमेरिका में 21 सितंबर से H-1B वीज़ा को लेकर नए नियम लागू हो गए हैं. अब इस वीज़ा के लिए आवेदन करने पर $100,000 यानी ₹88,00,000 की फीस देनी होगी, जो पहले के मुकाबले 20 गुना ज्यादा है. यह फीस सिर्फ नए आवेदकों पर लागू होगी। इस फैसले का सबसे ज्यादा असर भारतीय पेशेवरों पर पड़ेगा, क्योंकि हर साल सबसे ज्यादा H-1B वीज़ा भारतीयों को ही जारी होते हैं.

सीरिया में तख्तापलट होने के बाद राष्ट्रपति डॉ बशर अल असद रातोरात मॉस्को भाग गए थे. 60 साल के पूर्व राष्ट्रपति असद तन्हाई के दिनों एक बार फिर से स्टूडेंट बन गए हैं और रूस के मेडिकल कॉलेज में आंखों के बारे में पढ़ रहे हैं. खबर है कि पुतिन ने उन्हें रूस में रहने की इजाजत तो दे दी है लेकिन उन्हें राजनीतिक गतिविधि के लिए एकदम इजाजत नहीं है.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को एक नई घोषणा पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत सात और देशों के नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसके साथ ही ट्रंप प्रशासन ने अब कुल 30 से ज्यादा देशों पर पूर्ण या आंशिक रोक लगा दी है. प्रशासन का तर्क है कि ये कदम राष्ट्रीय सुरक्षा, कमजोर जांच प्रणाली और वीजा ओवरस्टे को ध्यान में रखते हुए लिया गया है.

जॉर्डन के किंग अब्दुल्लाह पैगंबर मोहम्मद साहब की 41वीं पीढ़ी से ताल्लुक रखते हैं जबकि क्राउन प्रिंस हुसैन बिन अब्दुल्ला उनकी 42वीं पीढ़ी के सीधे वंशज हैं. जॉर्डन का शाही परिवार आधुनिक सोच और पश्चिमी जीवनशैली को अपनाता है. महारानी रानिया और राजकुमारी रज़वा अक्सर पश्चिमी कपड़ों में दिखती हैं और हिजाब-बुर्के से दूरी बनाए रखती हैं.










