
ट्रंप ने वीजा और एंट्री नियमों को किया सख्त, अब सात और देशों के नागरिकों की US में एंट्री पर लगाया बैन
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को एक नई घोषणा पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत सात और देशों के नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसके साथ ही ट्रंप प्रशासन ने अब कुल 30 से ज्यादा देशों पर पूर्ण या आंशिक रोक लगा दी है. प्रशासन का तर्क है कि ये कदम राष्ट्रीय सुरक्षा, कमजोर जांच प्रणाली और वीजा ओवरस्टे को ध्यान में रखते हुए लिया गया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को एक घोषणापत्र पर साइन कर सात और देशों के नागरिकों के लिए यूएस में प्रवेश प्रतिबंधों का विस्तार किया, जिनमें बुर्किना फासो, माली, नाइजर, दक्षिण सूडान और सीरिया शामिल हैं. प्रशासन का कहना है कि ये कदम राष्ट्रीय सुरक्षा, कमजोर जांच प्रणाली और वीजा ओवरस्टे को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है. आदेश में कुछ देशों पर पूर्ण प्रतिबंध, जबकि 15 देशों पर आंशिक प्रतिबंध लागू किए गए हैं. हालांकि, प्रशासन ने कुछ मामलों में छूट भी दी है.
व्हाइट हाउस की एक फैक्ट शीट के अनुसार, नई घोषणा पहले के यात्रा प्रतिबंधों पर आधारित है और 30 से अधिक देशों के नागरिकों पर पूर्ण या आंशिक प्रवेश सीमाएं लागू करती है, जबकि कुछ यात्रा डॉक्यूमेंट्स पर नियमों को सख्त कर दिया है और कुछ पारिवारिक वीजा छूटों को सीमित किया गया है.
इन देशों के नागरिकों के प्रवेश पर प्रतिबंध नए आदेश के तहत बुर्किना फासो, माली, नाइजर, दक्षिण सूडान और सीरिया को उन देशों की सूची में जोड़ा गया है, जिनके नागरिकों का अमेरिका में प्रवेश पूरी तरह निलंबित रहेगा और ये विस्तारित प्रतिबंध एक जनवरी से प्रभावी होगा. आदेश में फिलिस्तीनी प्राधिकरण द्वारा जारी यात्रा दस्तावेज रखने वाले व्यक्तियों पर भी पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है. प्रशासन का कहना है कि चल रहे संघर्ष और उग्रवादी समूहों की मौजूदगी के कारण ऐसे यात्रियों की विश्वसनीय जांच करना संभव नहीं है. साथ ही लाओस और सिएरा लियोन पर पहले आंशिक प्रतिबंध लागू थे, लेकिन अब इन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिए गए हैं.
दूसरी ओर पहले से ही प्रतिबंधित उन 12 देशों-अफगानिस्तान, बर्मा, चाड, कांगो गणराज्य, इक्वेटोरियल गिनी, इरिट्रिया, हैती, ईरान, लीबिया, सोमालिया, सूडान और यमन के नागरिकों पर पूर्ण प्रवेश प्रतिबंध जारी रहेंगे.
क्यों हुआ एक्शन दरअसल, ये कदम 26 नवंबर को वाशिंगटन डीसी में नेशनल गार्ड के दो सदस्यों को गोली मारे जाने की घटना के बाद ट्रंप प्रशासन की बड़ी कार्रवाई है. इस मामले का संदिग्ध एक अफगान नागरिक था जो कभी सीआईए से जुड़ी यूनिट के साथ काम करता था. वह 2021 में अमेरिका की वापसी के बाद अमेरिका आया था और उसे इसी साल शरण दी गई थी. प्रशासन ने इस मामले को सख्त आव्रजन नियंत्रण (Immigration Control) की मांग के लिए आधार बनाया है.
15 देशों पर आंशिक प्रतिबंध

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