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C-17 ग्लोबमास्टर से बेहतर! इंडियन एयरफोर्स के मालवाहक विमानों में लगेगा नया रडार वार्निंग रिसीवर; AI टेक्नोलॉजी से है लैस
Zee News
Next-Generation Radar Warning Receiver: भारतीय वायुसेना (IAF) अब अपने मालवाहक विमानों की इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर (EW) क्षमता को बढ़ाने जा रही है. इसके लिए Next-Generation Radar Warning Receiver (NG RWR) खरीदा जाएगा, जो पुराने तरंग RWR की जगह लेगा. फिलहाल तरंग RWR इल्यूशिन II-76 और बोइंग C-17 ग्लोबमास्टर जैसे विमानों पर लगाया गया है.
Next-Generation Radar Warning Receiver: NG RWR एक आधुनिक और डिजिटल सिस्टम होगा, जिसमें खुले आर्किटेक्चर और AI-आधारित प्रोसेसिंग होगी. इसका मतलब है कि यह तेजी से खतरे पहचान सकेगा, उन्हें प्राथमिकता दे सकेगा और पायलटों और ऑपरेटरों को असली समय में जानकारी देगा. यह सिस्टम परिवहन विमानों के मिशन कंप्यूटर के साथ जुड़कर सभी डेटा लोड, सैंपल और डाउनलोड कर सकेगा, बिना विमान के परफॉर्मेंस को कम किए हैं.

36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.








