
Bata नहीं है भारतीय ब्रांड, Campus-Adidas कहां की? जूते बनाने वाली कौन देसी-कौन विदेशी कंपनी
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भारतीय फुटवियर मार्केट में तमाम विदेशी कंपनियों की मौजूदगी हैं, खासकर युवाओं में ग्लोबल ब्रांड को लेकर क्रेज है. हालांकि अब देसी कंपनियां भी पीछे नहीं हैं. विदेशी कंपनियों को डिजाइन, क्वालिटी और कीमत में कड़ी टक्कर दे रही हैं.
भारतीय फुटवियर मार्केट में 'Bata' एक भरोसेमंद नाम है, गांव से लेकर शहर तक दशकों से इस कंपनी की मौजूदगी रही है, स्कूल शूज से लेकर ऑफिस कलेक्शन में बाटा की मजबूत पकड़ है, क्योंकि ये कंपनी पुरानी है और पॉपुलर भी. जिस कारण अधिकतर लोग इसे भारतीय ब्रांड समझ लेते हैं. लेकिन हकीकत में Bata यूरोप की कंपनी है.
दरअसल, भारतीय फुटवियर मार्केट बहुत बड़ा साइज का है, तमाम विदेशी कंपनियों की यहां मौजूदगी हैं, क्योंकि अच्छे प्रोडक्ट्स की डिमांड हर जगह रहती है. खासकर युवाओं में ग्लोबल ब्रांड को लेकर क्रेज है. हालांकि अब देसी कंपनियां भी पीछे नहीं हैं. विदेशी कंपनियों को डिजाइन, क्वालिटी और कीमत में कड़ी टक्कर दे रही हैं. लेकिन अधिकतर लोगों को ये पता नहीं होता है कि आप जो शूज या फूटवियर खरीद रहे हैं, वो किस देश का ब्रांड है.
बाटा नहीं है भारतीय कंपनी
लोगों में एक और बात को लेकर कंफ्यूजन होती हैं, कि Made in India लिखा है, तो भारतीय कंपनी है, जबकि इसका मतलब है कि बहुत से विदेशी ब्रांड मैन्युफैक्चरिंग भारत में करते हैं, इसलिए वो 'मेड इन इंडिया' लिखते हैं. लेकिन असल वो ब्रांड विदेशी है. हालांकि फुटवियर मार्केट में एक से बढ़कर एक देसी कंपनियां हैं, जो इंडियन ब्रांड हैं.
मुख्यतौर पर Relaxo, Paragon, Liberty, Campus, Khadim’s, Red Chief जैसे ब्रांड पूरी तरह से भारतीय हैं और घरेलू बाजार इन कंपनियों का बड़ा हिस्सा है. बीते कुछ वर्षों में इन कंपनियों ने आक्रामक तरीके से बाजार में अपनी स्थिति मजबूत की है, ये न सिर्फ कीमत और क्वालिटी के मामले में विदेशी ब्रांडों को चुनौती देते हैं, बल्कि घरेलू मैन्युफैक्चरिंग के दम पर बड़ी हिस्सेदारी भी हासिल कर रहे हैं.
वहीं Nike, Adidas, Puma, Skechers, Crocs, New Balance जैसे ग्लोबल ब्रांड का भी भारत में बड़ा कारोबार है, मजबूत ग्राहक सपोर्ट है. लेकिन मूल रूप से ये सभी विदेशी कंपनियां हैं.

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