)
1100 km तक सटीक वार! IAF को मिलेगा AI-समर्थ CLRTS/D स्मार्ट स्वार्म ड्रोन झुंड, जो दुश्मन के ठिकानों के नामों-निशान मिटा देगा
Zee News
CLRTS/D Drone System: यह एक अत्याधुनिक स्वायत्त (autonomous) ड्रोन सिस्टम है. इसमें दर्जनों ड्रोन एक साथ झुंड की तरह उड़ान भरेंगे. बिना किसी बाहरी नियंत्रण के मिशन पूरा करेंगे. ये ड्रोन दुश्मन के रडार, एयरबेस, पावर ग्रिड और बंकर जैसे ठिकानों पर एक साथ हमला करने के लिए बनाए गए हैं. इन ड्रोन की रेंज 1100 किलोमीटर से अधिक होगी.
भारत अपनी हवाई मारक क्षमता की दिशा में एक और बड़ा कदम उठा रहा है. रक्षा अधिग्रहण परिषद (Defence Acquisition Council) ने भारतीय वायुसेना के Collaborative Long Range Target Saturation/Destruction System (CLRTS/D) प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है. यह एक स्वदेशी स्वार्म ड्रोन सिस्टम है. जो दुश्मन के इलाके में गहराई तक घुसकर हमला करने में सक्षम होगा. : देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें .

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









