
हिमंत से लेकर सिंधिया, आजाद और अब बादल... जानिए कैसे दिग्गज नेताओं को खोती जा रही कांग्रेस
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कांग्रेस में इस्तीफे का दौर जारी है. अब पंजाब के पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. कांग्रेस अच्छे नेताओं से लगातार खाली होती जा रही है. सवाल यह है कि आखिर कांग्रेस के वर्षों से वफादार रहे नेता उनका साथ क्यों छोड़कर जा रहे हैं. इनमें से ज्यादातर ने विपरीत विचारधारा वाली पार्टी बीजेपी को ज्वॉइन कर लिया है.
कांग्रेस के दिग्गज नेता लगातार पार्टी छोड़कर जा रहे हैं. अब पंजाब के पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने बुधवार को कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वॉइन कर ली. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को संबोधित एक पत्र में उन्होंने लिखा कि दिल्ली में बैठे कुछ लोग पंजाब के मामलों को देख रहे हैं, जिससे केवल गुटबाजी बढ़ी है.
वहीं बीजेपी में शामिल होने के बाद मनप्रीत सिंह ने कहा कि आप उस पार्टी के साथ कैसे काम कर सकते हैं जो खुद से युद्ध कर रही है? यहां कई मंडलियां हैं. एक को नेता प्रतिपक्ष बनाया जाता है, दूसरे को विधायक दल का नेता बनाया जाता है और ये गुट आपस में लड़ते हैं. हर राज्य में ऐसी स्थिति है, कांग्रेस का यही हाल है.
मनप्रीत सिंह बादल से पहले भी कई ऐसे नेता हैं, जो कांग्रेस का साथ छोड़ चुके हैं. हिमंत बिस्वा सरमा ने 2015 में पार्टी छोड़ी तो गुलाम नबी आजाद ने पिछले साल सितंबर में इस्तीफा दे दिया था. उनसे पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया, कपिल सिब्बल, अश्विनी कुमार, आरपीएन सिंह, जितिन प्रसाद, सुष्मिता देव, सुनील जाखड़, हार्दिक पटेल, एन बीरेन सिंह, प्रेमा खांडू, पीसी चाको और जयवीर शेरगिल कई दिग्गजों ने 'हाथ' का साथ छोड़ दिया है.
हिमंत बिस्वा सरमा ने अपना इस्तीफा सोनिया गांधी को भेजा था. वह 23 साल तक पार्टी से जुड़े रहे थे. उन्होंने 1,600 शब्दों के इस्तीफा के पत्र में कहा था- राहुल गांधी अहंकारी है. असम कांग्रेस के विधायक तरुण गोगोई को हटाना चाहते थे. वह स्वार्थी हैं और सनकी स्वभाव के हैं. मुझे और मेरी पत्नी को अपमानित किया गया. पार्टी परिवार की राजनीति को बढ़ावा देती है. इसने असम के लोगों के साथ विश्वासघात किया है.
वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 2020 में कांग्रेस से अपना 18 साल का नाता खत्म कर दिया था. इसके बाद वह बीजेपी में शामिल हो गए.उन्होंने सोनिया गांधी को लिखे पत्र में कहा था, नेतृत्व की भूमिका के लिए उन्हें कांग्रेस आलाकमान नजरअंदाज कर रहा था. वह दिल्ली जाना चाहते थे लेकिन राज्यसभा सीट के लिए भी कोई स्पष्ट आश्वासन नहीं दिया गया. वह अपने राज्य और देश के लोगों की सेवा करना चाहते हैं लेकिन अब इस पार्टी रहकर ऐसा नहीं किया सकता है.
जानते हैं किस नेता ने क्यों पार्टी छोड़ी

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