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हवा में आकार बदलेगा IAF का फाइटर जेट! DRDO ने 'मॉर्फिंग विंग' में हासिल की बड़ी सफलता, AMCA लेगा क्रूर रूप
Zee News
DRDO morphing wing technology: मॉर्फिंग फाइटर जेट विंग्स में DRDO की यह सफलता भारत को एयरोस्पेस महाशक्ति के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक निर्णायक कदम है, जो भविष्य के युद्धों के लिए अत्यधिक सक्षम और मल्टीरोल लड़ाकू प्लेटफॉर्म प्रदान करेगा.
DRDO morphing wing technology: भारतीय रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन यानी DRDO ने एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के क्षेत्र में एक बड़ी सफलता हासिल की है. DRDO ने मॉर्फिंग फाइटर जेट विंग तकनीक को विकसित करने की दिशा में बड़ी सफलता हासिल की है. यह एक क्रांतिकारी तकनीक है जो लड़ाकू विमान के पंखों को उड़ान के दौरान जरूरत के मुताबिक, अपना आकार और आकृति बदलने की क्षमता देती है. इस क्षमता से विमानों की वायुगतिकीय दक्षता और चालबाजी (Maneuverability) में जबरदस्त इजाफा होगा.

India Develops Ring Laser Gyroscope: सबमरीन कार्यक्रमों के लिए नेविगेशन टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भरता की ओर एक महत्वपूर्ण छलांग मानी जा रही है. अब तक यह क्षेत्र उन्नत विदेशी सप्लायर्स के हाथों में रहा है. RLG आधारित इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम विकसित करने के बाद भारत अत्यधिक सटीक पानी के नीचे नेविगेशन में स्वदेशी समाधान पर निर्भर हो सकेगा.

90 Rafale F4 Fighters: इसके साथ ही 24 उन्नत Rafale F5 विमानों को ऑप्शन के तौर पर शामिल किया गया है. फ्रांस ने इसे दोनों देशों के बीच लंबी और मजबूत साझेदारी का प्रतीक बताया है. IDRW की रिपोर्ट के मुताबिक एक आधिकारिक बयान में फ्रांस ने कहा कि फ्रांस और भारत के बीच एक मजबूत साझेदारी बनी है. भारत का 90 Rafale F4 और 24 Rafale F5 का ऑप्शन लेना इस भरोसे का उदाहरण है.

Indian Navy Women Officers: भारतीय नौसेना आज के समय दुनिया में सबसे ताकतवर और खतरनाक सेनाओं में अपना नाम बनाए हुए है. नौसेना ने कई बार देश की सुरक्षा और मिशनों में बड़ी भूमिका निभाई है. दुश्मनों को जवाब देने के लिए नौसेना हमेशा तैयार रहती है. नौसेना में कई ऐसी महिलाएं भी हैं जिन्होंने अपने दम पर इतिहास में नाम दर्ज कराया है.

INS Aridaman: भारतीय नौसेना जल्द ही अपनी सबसे एडवांस्ड न्यूक्लियर बैलिस्टिक मिसाइल सबमरीन INS अरिदमन को फ्लीट में शामिल करने वाली है. नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने पुष्टि की है कि यह पनडुब्बी अब अंतिम ट्रायल्स में है. जल्दी ही ऑपरेशनल हो जाएगी. अरिहंत-क्लास की यह तीसरी SSBN सबमरीन अब तक की सबसे शक्तिशाली मानी जा रही है. जो भारत की परमाणु क्षमता को एक नए स्तर पर पहुंचाने वाली है.

36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.








