
मुंबई के शॉपिंग मॉल में लगी भीषण आग, 11 लोगों को किया गया रेस्क्यू, तीन दुकानों को नुकसान
AajTak
मुंबई के मलाड स्थित एक शॉपिंग मॉल में भीषण आग लगने से 11 लोग अंदर फंस गए. तुरंत दमकल विभाग की 4 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं. मॉल में फंसे 11 लोगों को बाहर निकाला और तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया.
महाराष्ट्र के मुंबई में तीन मंजिला शॉपिंग सेंटर में अचानक से भीषण आग लग गई. इस कारण वहां 11 लोग फंस गए. घटना सुबुरबन मलाड (वेस्ट) की है. गनीमत ये रही कि आगजनी की इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई.
जानकारी के मुताबिक, जैन मंदिर रोड पर स्थित एक्मे शॉपिंग सेंटर में बुधवार शाम छह बजकर 50 मिनट पर अचानक से आग लग गई. इसकी सूचना फायर ब्रिगेड विभाग को दी गई. मौके पर फायर ब्रिगेड की चार गाड़ियां और अन्य वाहन आग बुझाने के लिए मॉल के पास पहुंचे. आग पहली और दूसरी मंजिल में लगी थी.
सबसे पहले टारगेट था, मॉल में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालना. पुलिस और दमकल विभाग के लोगों ने 4 महिलाओं सहित 11 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला. फिर तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मॉल में लगी आग को बुझाया गया. गनीमत ये रही कि इस हादसे में किसी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई. जब आग लगी थी, उस समय काफी लोग खुद ही मॉल से बाहर आ गए थे. बाकी फंसे लोगों को पुलिस और दमकल विभाग के कर्मचारियों ने सही सलामत बाहर निकाल लिया. हालांकि, मॉल में स्थित तीन दुकानों में आग लगने से नुकसान हुआ है.
पुलिस ने कहा कि आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं लग पाया है. उसकी जांच की जा रही है. शायद शॉर्ट सर्किट के कारण यह आग लगी हो.
हाल ही में मुंबई के गिरगांव चौपाटी इलाके में एक इमारत में भीषण आग लग गई थी. हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि 9 लोगों को रेस्क्यू किया गया. घटना की जानकारी मिलते ही फायर ब्रिगेड की कई टीमें मौके पर पहुंच गईं थीं. करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका. डिप्टी फायर ऑफिसर एसडी सावंत के मुताबिक, 3 मंजिला इमारत के अलग-अलग डायरेक्शन से 9 लोगों को रेस्क्यू किया गया. इसके बाद आग बुझाने का काम शुरू किया गया. आग पर काबू पाने के बाद जब फायर ब्रिगेड के अधिकारियों ने इमारत के अंदर जाकर सर्च किया तो 2 लोगों के शव मिले.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.







