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भारतीय वायुसेना के आगे घुटने टेक देंगे दुश्मन, अगर आ जाए ब्रह्मोस जैसी ये इजरायली मिसाइल!
Zee News
IAF may buy Air LORA Missiles: भारतीय वायुसेना अपनी रक्षा क्षमता बढ़ाने के लिए इजरायल की एयर लोरा मिसाइल को अपने बेड़े में शामिल करने पर विचार कर रही है. यह हवा से जमीन पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल 1600 किलोग्राम वजनी है. इसकी 400 किमी रेंज, सुपरसोनिक स्पीड और 10 मीटर की सटीकता इसे घातक बनाती है.
Air LORA Missiles Features: भारतीय वायुसेना यानी IAF अपनी ताकत को बढ़ाने के लिए कई बड़े कदम उठा चुकी है, अब भी इस दिशा में तेजी से काम कर रही है. IAF एक नई और शक्तिशाली मिसाइल को अपने बेड़े में शामिल करने पर विचार कर रही है. यह है इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज की बनाई हुई एयर लोरा मिसाइल है, जो हवा से जमीन पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल है. यह मिसाइल भारत की हवाई ताकत और रक्षा क्षमता को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकती है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









