
जर्मनी: प्रेग्नेंट युवती ने किया ब्रेकअप तो सिरफिरे आशिक ने 60 बार चाकुओं से गोदकर मारा
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जर्मनी में एक सिरफिरे आशिक ने अपनी प्रेग्नेंट गर्लफ्रेंड को 60 बार चाकुओं से गोद दिया. महिला ने इस शख्स के साथ ब्रेकअप कर लिया था जिसे ये व्यक्ति बर्दाश्त नहीं कर पाया था. 23 साल के इस शख्स पर महिला को टॉर्चर करने और उसके साथ हिंसा करने के आरोप भी लगे हैं और उसने अपना जुर्म कबूल लिया है.
जर्मनी में एक सिरफिरे आशिक ने अपनी प्रेग्नेंट गर्लफ्रेंड को 60 बार चाकुओं से गोद दिया. महिला ने इस शख्स के साथ ब्रेकअप कर लिया था जिसे ये व्यक्ति बर्दाश्त नहीं कर पाया था. 23 साल के इस शख्स पर महिला को टॉर्चर करने और उसके साथ हिंसा करने के आरोप भी लगे हैं और उसने अपना जुर्म कबूल लिया है. तुर्की के रहने वाले 23 साल के आलिम के ने स्वीकार किया है कि उसने 22 साल की अपनी गर्लफ्रेंड जुवी-एन को कार पार्किंग में चाकुओं से गोद डाला था और इसके बाद उसने लाश को जुवी के घरवालों के पास मौजूद जगह में दफना दिया था. जर्मनी के हैम शहर में ये खौफनाक घटना सामने आई है. जर्मन मीडिया बाइल्ड के अनुसार 22 साल की इस महिला चार महीने प्रेग्नेंट थीं. अपनी गर्लफ्रेंड को मौत के घाट उतारने के बाद इस व्यक्ति ने उसकी लाश को महिला के पेरेंट्स के घर से 100 मीटर की दूरी पर स्थित एक जगह में गाड़ दिया था.
HMD 101 और HMD 100 को भारत में लॉन्च कर दिया गया है. ये फोन्स कम कीमत में दमदार फीचर्स के साथ आते हैं. कंपनी ने इन फोन्स को 1000 रुपये से कम के इंट्रोडक्टरी प्राइस पर लॉन्च किया है. HMD 101 में कॉल रिकॉर्डिंग, MP3 प्लेयर और दमदार बैटरी जैसे फीचर्स मिलते हैं. आइए जानते हैं इन फोन्स की कीमत और दूसरे फीचर्स.

सिंगापुर के हाई कमिश्नर टू इंडिया, साइमन वोंग ने अपनी पोस्ट में दो स्क्रीनशॉट भी साझा किए. पहला स्क्रीनशॉट इंडिगो की ओर से आया व्हाट्सऐप अलर्ट था, जिसमें फ्लाइट कैंसिल होने की जानकारी दी गई थी. दूसरा स्क्रीनशॉट शादी स्थल पर मौजूद मेहमानों द्वारा भेजा गया, जिसमें उन्हें वोंग का इंतजार करते हुए देखा जा सकता था.

इंडिगो की फ्लाइट्स के लगातार कैंसिल और घंटों की देरी के बीच यात्रियों का कहना है कि एयरपोर्ट पर स्थिति बेहद अव्यवस्थित रही. कई यात्रियों ने शिकायत की कि न तो समय पर कोई अनाउंसमेंट किया गया और न ही देरी की सही वजह बताई गई. मदद के लिए हेल्प डेस्क और बोर्डिंग गेट पर बार-बार गुहार लगाने के बावजूद उन्हें स्टाफ का कोई ठोस सहयोग नहीं मिला.










