ओलंपियन से इनामी बने सुशील कुमार, सागर हत्याकांड में ऐसे हुई गिरफ्तारी, जानिए पूरी कहानी
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हरियाणा के एक छोटे से गांव से निकल कर अपनी मेहनत और टैलेंट की बदौलत कुश्ती के अंतर्राष्ट्रीय फलक पर छा गए सुशील कुमार अब पुलिस की गिरफ्त में हैं. सुशील कुमार की ज़िंदगी में तब तक सबकुछ ठीक चल रहा था, जब तक 4 मई 2021 की तारीख़ नहीं आई थी.
पहलवान सुशील कुमार के अखाड़े की उपलब्धियों पर अब शायद पानी फिर जाए. इसका कारण कोई और नहीं खुद सुशील कुमार ही हैं. हत्या के मामले में फरार चल रहे सुशील कुमार को दिल्ली पुलिस ने उनके साथी अजय कुमार के साथ मुंडका इलाके से गिरफ्तार कर लिया. सुशील इकलौते हिंदुस्तानी हैं जिन्होंने दो ओलंपिक मेडल जीते हैं. उनके नाम वर्ल्ड टाइटल है, वह कॉमनवेल्थ गेम्स में 3 बार गोल्ड मेडल का खिताब अपने नाम कर चुके हैं. इसके अलावा उन्हें पद्मश्री पुरस्कार, अर्जुन अवार्ड, राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड भी मिल चुका है. इन उपलब्धियों की बखान अब फीकी हो गई है. वक़्त का पहिया ऐसा घूमा कि ये सारी की सारी उपलब्धियां धरी रह गईं. कामयाबी की चकाचौंध में की गई सिर्फ़ एक ग़लती से शोहरत का तिलिस्म कुछ इस तरह टूटा कि सालों की इज़्ज़त एक ही झटके में मिट्टी में मिल गई. और सुशील की तलाश में दिल्ली पुलिस ने ना सिर्फ़ गैर ज़मानती वारंट लेकर देश का कोना-कोना छाना बल्कि गिरफ्तारी से नाकाम रहने के बाद पुलिस ने सुशील के नाम एक लाख रुपये का इनाम भी रखा था.हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.