
एक करोड़ का टर्म इंश्योरेंस, आपके ना होने पर काफी होगा आपके परिवार के लिए?
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हम सभी ने अक्सर टीवी पर एक एडवरटाइजमेंट देखा होगा, ‘450 रुपये प्रति माह में पाएं 1 करोड़ का लाइफ इंश्योरेंस'. लेकिन ये विज्ञापन उतने काम के हैं? क्या आपकी गैर-मौजूदगी में 1 करोड़ रुपये आपके परिवार के लिए काफी होंगे. जानें यहां...
हम सभी ने अक्सर टीवी पर एक एडवरटाइजमेंट देखा होगा, ‘450 रुपये प्रति माह में पाएं 1 करोड़ का लाइफ इंश्योरेंस’ या ‘मात्र 550 रुपये महीने में दे अपने परिवार को एक करोड़ की बीमा सुरक्षा’. ये विज्ञापन देखने में जितने लुभावने लगते हैं क्या ये उतने काम के हैं? क्या आपकी गैर-मौजूदगी में 1 करोड़ रुपये आपके परिवार के लिए काफी होगा. जानें यहां... अगर आपको वाकई ऐसा लगता है कि आपकी गैर-मौजूदगी में आपके परिवार की आर्थिक आज़ादी के लिए 1 करोड़ रुपये काफी होंगे, तो आपको इस बारे फिर से सोचने की जरूरत है. ताकि दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति में आपके परिवार के पास पर्याप्त पैसा हो और उसके लिए आप सही बीमा का चुनाव कर सकें.. (Photo : Getty) सबसे पहला काम तो आपको ये करना है कि 1 करोड़ या 2 करोड़ रुपये जैसे फैंसी नंबर के झांसे में ना आएं और अपनी जरूरत को पहचानें. दूसरा अपने परिवार की जरूरत, उनके रहन-सहन के तरीके और लिविंग स्टैंडर्ड का ध्यान रखकर पर्याप्त बीमा कराएं, ताकि परिवार के मुखिया की गैर-मौजूदगी या बीमारी इत्यादि की वजह से आय रुकने की स्थिति में परिवार का पहले की तरह भरण-पोषण हो सके. कैसे करें इसकी तैयारी जानें यहां.... (Photo : Getty)
Polar Loop price in India: भारतीय बाजार में Polar ने अपना स्क्रीनलेस फिटनेस ट्रैकर लॉन्च कर दिया है. ये डिवाइस Whoop Band जैसे फीचर्स के साथ आता है. जहां Whoop Band के लिए यूजर्स को हर साल सब्सक्रिप्शन खरीदना होता है. वहीं Polar Loop के साथ ऐसा कुछ नहीं है. इस बैंड को यूज करने के लिए किसी सब्सक्रिप्शन की जरूरत नहीं होगी.

इंडिगो एयरलाइन की उड़ानों पर मंडराता संकट शनिवार, 6 दिसंबर को भी खत्म नहीं हुआ और हालात लगातार पांचवें दिन बिगड़े रहे. देश के कई हिस्सों में बड़ी संख्या में फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ीं. बीते चार दिनों से जारी इस गड़बड़ी का सबसे बड़ा असर शुक्रवार को दिखा, जब 1,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुईं, जबकि गुरुवार को करीब 550 फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ी थीं.

भारत और यूरोप के वर्क कल्चर में फर्क को जर्मनी में काम कर रहे भारतीय इंजीनियर कौस्तव बनर्जी ने 'जमीन-आसमान का अंतर] बताया है. उनके मुताबिक, भारत में काम का मतलब अक्सर सिर्फ लगातार दबाव, लंबे घंटे और बिना रुके डिलीवरी से जुड़ा होता है, जबकि जर्मनी और यूरोप में काम के साथ-साथ इंसान की जिंदगी को भी बराबर अहमियत दी जाती है.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo का संचालन शनिवार को भी पटरी पर नहीं लौट सका. संकट अब पांचवें दिन में पहुंच गया है और दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु व चेन्नई एयरपोर्ट पर यात्री रातभर अपने उड़ानों का इंतजार करते नजर आए. पिछले चार दिनों में एयरलाइन को 2,000 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं, जिससे करीब तीन लाख से ज्यादा यात्रियों की यात्रा योजनाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं.









