'उन्हें पता है सब चोर-डाकू बैठे हुए हैं...', G20 समिट को लेकर अपनी ही सरकार पर भड़के पाकिस्तानी
AajTak
भारत में आयोजित हुए दो दिवसीय जी20 समिट को लेकर पाकिस्तानी नागरिक का कहना है कि हम पुराने मसलों को लेकर ही बैठे हुए हैं. हमें सोचना होगा कि हमें क्या करना है. हमें अमेरिका के सर्कल से बाहर आकर चीन और मुस्लिम देशों के साथ समझौता करना चाहिए.
भारत में आयोजित दो दिवसीय जी-20 समिट की चर्चा भारत के साथ-साथ दुनियाभर में हो रही है. इस समिट में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइ़डेन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान समेत दुनिया के तमाम बड़े देशों के प्रतिनिधियों ने शिरकत की. इस समिट में बांग्लादेश समेत 9 देशों को भी गेस्ट कंट्री के तौर पर बुलाया गया था. पाकिस्तान को गेस्ट कंट्री के तौर पर नहीं बुलाए जाने पर वहां के नागरिकों ने अपनी ही सरकार को जमकर खरी-खोटी सुनाई.
पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल 'रियल इंटरटेनमेंट टीवी' पर अपलोड एक वीडियो में एंकर जब वहां के एक नागरिक से पूछता है कि भारत में जी20 की मीटिंग हो रही है. इस समिट में फ्रांस, यूके, यूएस और ब्रिटेन जैसे बड़े-बड़े देश शामिल हो रहे हैं. बांग्लादेश को भी गेस्ट कंट्री के तौर पर बुलाया गया है. पाकिस्तान और पाकिस्तान के नागरिक इस चीज को किस नजर से देखते हैं?
हमें अमेरिका से सर्कल से बाहर निकलना चाहिएः पाकिस्तानी नागरिक
इसके जवाब में एक पाकिस्तानी शख्स कहता है, 'जो भी देश वहां जा रहे हैं यह एक बढ़िया मौका है. बांग्लादेश को बुलाया जा रहा है, लेकिन हमारे हालात ही ऐसे नहीं है कि वो हमें बुलाएं. सबसे पहले हमें अमेरिका के सर्कल से बाहर निकलना चाहिए. हमें चीन और मुस्लिम देशों के सर्कल में जाना चाहिए. तभी हमारे हालात बेहतर हो सकते हैं. ये अंग्रेज हमें शुरू से ही इस्तेमाल करते आए हैं. अब भी इस्तेमाल कर रहे हैं.'
वहीं, एक अन्य नागरिक ने पाकिस्तान सरकार पर भड़ास निकालते हुए कहा, "हमारे नेताओं की इज्जत नहीं है. उन्हें (दुनिया को) पता है सब चोर-डाकू बैठे हुए हैं, तो क्या जरूरत है बुलाने की. सबसे बड़ी बात इंसान की इज्जत होनी चाहिए. जब इसकी इज्जत ही नहीं है तो बुलाएगा कौन. बांग्लादेश को बुलाया गया. बांग्लादेश हमसे आजाद हुआ था. आज हमेशा आगे हो गया. क्योंकि वहां के नेता सही हैं. मैं समझता हूं, अगर इमरान खान होता तो शायद वो जरूर बुलाते."
शख्स ने आगे कहा, "इंडिया वाले भी कहते हैं कि आपका मुल्क चोर-डाकू के हवाले है.अगर यही हालात रहे आप कभी तरक्की नहीं कर सकते. आप दिनों-दिन पीछे ही चलते जाएंगे. अपने मुल्क के लिए झूठ बोलकर कर हमें लड़ना पड़ता है. अंदर से हमें भी पता है कि चोर-डाकू के पास हमारा मुल्क है. मैं 2010 में दुबई गया था. वहां पाकिस्तानियों की कोई कदर नहीं है."
जम्मू के रियासी जिला अस्पताल में आतंकी हमले के बाल बच्चे भर्ती हैं. इन मासूम बच्चों को देखकर किसी का भी कलेजा फट सकता है. आतंकवादियों ने जो बर्बरता की है, उसके प्रमाण आप देख सकते हैं. श्रद्धालुओं ने जब आतंकवादी हमले की कहानी सुनाई, तो दिल दहल गया. आप उन आतंकवादियों की बर्बरता का अंदाजा नहीं लगा सकते.
महाराष्ट्र के ठाणे में ठगों ने यूपी पुलिस का अधिकारी बनकर एक कारोबारी को करीब 20 लाख रुपये का चूना लगा दिया. ठगों ने कारोबारी को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसाने की धमकी दी थी और गिरफ्तारी से बचने के लिए पैसों की मांग की थी. पैसे देने के बाद जब कारोबारी ने लखनऊ में फोन कर यूपी पुलिस थाने में जानकारी ली तो उसे पता चला कि उसके खिलाफ कोई केस ही नहीं है.
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना भी मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से नाराज हो गई है. पार्टी के चीफ व्हिप श्रीरंग बारणे का कहना है कि उनकी पार्टी ने सात सीटें जीती हैं और बावजूद इसके उन्हें कोई कैबिनेट मंत्रालय नहीं दिया गया. उनका कहना है कि एनडीए के अन्य घटक दलों को कम सीट मिलने पर भी कैबिनेट में जगह मिली है.