
PhD कराने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का भंड़ाफोड़, दो गिरफ्तार
AajTak
दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे गैंग का भंडाफोड़ किया है, जो ऑनलाइन पीएचडी के नाम पर लोगों से ठगी करता था. जानकारी के मुताबिक ये गैंग अब तक 15 लोगों को अपना शिकार बना चुका है.
दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे गैंग का भंडाफोड़ किया है, जो ऑनलाइन पीएचडी का कोर्स करने के नाम पर छात्रों के साथ ठगी किया करता था. पुलिस के मुताबिक गैंग का सरगना जावेद न्यूजीलैंड के ऑकलैंड से कंप्यूटर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुका है. न्यूजीलैंड से बीटेक की डिग्री हासिल करने के बाद जावेद जब वापस लौट के आया तो उसने पैसे कमाने के लिए एक आसान तरीका ढूंढा. ऐसे में अपनी पढ़ाई का इस्तेमाल करके उसने ऑनलाइन एक ऐसा जाल बिछाया, जिसे एक बार देख कर किसी को अंदेशा भी नहीं होता था कि यह ठगों का मायाजाल है.
डीसीपी सेंट्रल हर्षवर्धन के मुताबिक साइबर थाने पुलिस को ऑनलाइन एक शिकायत मिली थी. जिसमें शिकायतकर्ता छात्र ने लिखा था कि वह पीएचडी करना चाहती थी. जिसके लिए उसने ऑनलाइन सर्च किया तो उसे एक वेबसाइट मिली "www.literateus.com" मिली. पीड़िता के मुताबिक इस वेबसाइट के जरिए उसे जावेद नामक युवक का नंबर मिला. जिसने पीएचडी करने के नाम पर एक लाख 80 हजार रुपए ऑनलाइन पैसे ले लिए. लेकिन इतने पैसे लेने के बावजूद भी जावेद ने जब कोई जवाब नहीं दिया और बाद में कुछ और पैसों की मांग की तो पीड़िता को शक हुआ. जिसके बाद उसने सेंट्रल दिल्ली के साइबर पुलिस थाने में शिकायत दी.
यह भी पढ़ें: ठाणे में ऑनलाइन ठगी गिरोह का भंडाफोड़, छह आरोपी गिरफ्तार, दो नाबालिग शामिल
गैंग अब तक करोड़ों की कर चुका है ठगी
शिकायत मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज की और जांच शुरू की. पुलिस ने सबसे पहले उसके मोबाइल नंबर का डिटेल निकलवाया. इसी नंबर पर पीड़िता और जावेद की बातचीत हुई थी. हालांकि, ये नंबर बंद पाया था. इसके बाद पुलिस ने दिए गए वेबसाइट से और बैंक डिटेल के जरिए आरोपी के बारे में पता लगाना शुरू किया.
इसके बाद पुलिस को दो आरोपियों की जानकारी मिली. जिसके बाद पुलिस ने जावेद और शाहरुख को गिरफ्तार कर लिया. दोनों की गिरफ्तारी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर और नोएडा से हुई थी. पूछताछ के दौरान आरोपी जावेद खान ने बताया कि उसने न्यूजीलैंड के यूनिवर्सिटी ऑफ ऑकलैंड से कंप्यूटर साइंस नेटवर्किंग में बीटेक किया है.

महाराष्ट्र के चंद्रपुर में कर्ज चुकाने के लिए किडनी बेचने का दावा करने वाले किसान रोशन कुदे की मेडिकल जांच में पुष्टि हुई है कि उसके पास केवल एक किडनी है. मामले में छह साहूकार गिरफ्तार किए गए हैं. पुलिस मानव अंग तस्करी और अवैध कर्ज वसूली के एंगल से जांच कर रही है. दावे के मुताबिक इस किसान ने साहूकारों से 50 हजार का कर्ज लिया था जो ब्याज के साथ बढ़कर 74 लाख रुपये तक पहुंच गया.

सुप्रीम कोर्ट ने बोतलबंद पानी की गुणवत्ता से जुड़ी जनहित याचिका की सुनवाई से इनकार कर दिया है। मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि देश में पीने के पानी की उपलब्धता प्राथमिकता है और बोतलबंद पानी के मानकों पर विचार करने के लिए सक्षम प्राधिकरण मौजूद है। याचिका में बोतलबंद पानी के पुराने मानकों और प्लास्टिक से रिसने वाले रसायनों के स्वास्थ्य प्रभावों को लेकर चिंता जताई गई थी। कोर्ट ने याचिकाकर्ता को संबंधित प्राधिकरण के समक्ष अपनी बात रखने की सलाह दी।

रायपुर की सड़कों पर बिजली के खंभे, पेड़ और ट्रैफिक सिग्नल तक बैनरों से भर गए हैं, जो ड्राइवरों के लिए खतरा भी बन रहे हैं. नगर निगम ने अवैध फ्लेक्स हटाने और जुर्माना लगाने की कार्रवाई तेज कर दी है. पर्यावरण कार्यकर्ता बताते हैं कि ये प्लास्टिक बैनर प्रदूषण बढ़ाते हैं और पेड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं. मौसम खराब होने पर ये बैनर गिरकर सड़क जाम और दुर्घटना का कारण बनते हैं.

राजधानी में प्रदूषण और उत्तर भारत में कोहरे का कहर... PUCC से जुड़े फैसले पर क्या बोले दिल्ली के लोग
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण और GRAP-4 के चलते 18 दिसंबर से बिना वैध PUC पेट्रोल-डीजल पर रोक लगी. बॉर्डर पर सख्ती बढ़ी, कोहरे से यातायात और खेल गतिविधियां भी प्रभावित हुईं.









