
IRCTC: रेलवे की रामायण यात्रा से रामलला सहित काशी विश्वनाथ के करें दर्शन, यात्रियों को मिलेंगी ये सुविधाएं, जानें किराया
AajTak
IRCTC की श्री रामायण यात्रा की दूसरी ट्रिप 12 दिसंबर से शुरू होगी. यह यात्रा 17 दिनों की होगी और यात्रा के दौरान पर्यटक रामलला और हनुमानगढ़ी के साथ-साथ सीता जन्म स्थान और काशी विश्वनाथ के भी दिव्य दर्शन कर सकेंगे.
IRCTC Ramayana Circuit Train: भगवान राम में आस्था रखने वाले पर्यटकों के लिए आईआरसीटीसी ने 'देखो अपना देश' कार्यक्रम के तहत 'श्री रामायण यात्रा' की शुरुआत की है. पर्यटकों के उत्साह को देखते हुए IRCTC ने 7 नवंबर के बाद एक और ट्रिप का फैसला किया है. श्री रामायण यात्रा की दूसरी ट्रिप 12 दिसंबर से शुरू होगी. यह यात्रा 17 दिनों की होगी और यात्रा के दौरान पर्यटक रामलला और हनुमानगढ़ी के साथ-साथ सीता जन्म स्थान और काशी विश्वनाथ के भी दिव्य दर्शन कर सकेंगे.
IRCTC के अधिकारियों के मुताबिक, भारतीय रेलवे (Indian Railway) द्वारा धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चलाई जा रही श्री रामायण यात्रा के लिए पर्यटकों ने जबरदस्त उत्साह दिखाया है. इस यात्रा के लिए पहली ट्रेन दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से आज (रविवार) यानी 7 नवंबर से शुरू है. जो पर्यटकों को प्रभु श्रीराम से जुड़े सभी महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों का भ्रमण व दर्शन कराएगी. इस टूरिस्ट ट्रेन की सभी सीटें पर्यटकों द्वारा आरक्षित कराई जा चुकी हैं. यही वजह है कि आईआरसीटीसी ने एक बार फिर 12 नवंबर से नए ट्रिप का प्लान किया है.

इंडिगो की फ्लाइट्स लगातार कैंसिल हो रही हैं और सरकार इसकी सख्ती से जांच कर रही है. यात्रियों की समस्या बढ़ने पर सरकार ने इंडिगो के अधिकारियों को तलब किया है और एयरफेयर पर प्राइस कैपिंग लगाई गई है. 500 किलोमीटर तक किराया साढ़े 7 हजार रुपए जबकि लंबी दूरी के लिए अधिकतम अठारह हजार रुपए निर्धारित किए गए हैं. यात्रियों को रिफंड न मिल पाने की शिकायतें भी बढ़ रही हैं. देखें विशेष.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के बड़े ऑपरेशनल संकट के बीच सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि इस मामले में ऐसी कड़ी कार्रवाई होगी जो पूरे एविएशन सेक्टर के लिए मिसाल बनेगी. नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने इंडिगो पर जवाबदेही तय करने की बात कही और पूछा कि 3 दिसंबर से ही इतनी भारी अव्यवस्था क्यों शुरू हुई.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि भारत आज वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच स्थिरता और भरोसे का स्तंभ बनकर उभरा है. उन्होंने बताया कि देश की GDP वृद्धि 8 प्रतिशत से अधिक रही है, जबकि सुधार अब दीर्घकालिक लक्ष्यों के अनुरूप किए जा रहे हैं. PM मोदी ने गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने, पूर्वी भारत और छोटे शहरों में क्षमता बढ़ाने, ऊर्जा और मोबाइल निर्माण जैसे क्षेत्रों में तेजी से हुई प्रगति पर भी जोर दिया.

नवंबर में गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जबकि दिल्ली चौथे स्थान पर रही. उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई शहरों ने भी उच्च PM2.5 स्तर दर्ज किए. पराली जलाने का प्रभाव कम होने के बावजूद प्रदूषण अधिक रहा. शिलांग सबसे स्वच्छ शहर रहा. रिपोर्ट ने वर्षभर के प्रदूषण के मुख्य स्रोत परिवहन, उद्योग और ऊर्जा संयंत्र बताए हैं.









