
Corona: Google और Apple ने भारत की मदद करने के लिए बढ़ाए हाथ
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कई बड़ी टेक कंपनियां Google, Apple, Microsoft, Xiaomi, Amazon, CRED, Paytm और Zomato इस संकट की घड़ी में भारत की मदद के लिए सामने आई हैं. ये कंपनियां फंड, मेडिकल सप्लाई और टेक सपोर्ट दे रही हैं.
COVID-19 ने भारत में अपना कहर बरपा रखा है. अभी कुछ दिनों से 3 लाख से ज्यादा केस रोज आ रहे हैं. रविवार की बात करें तो इस दिन 3,52,991 कोरोना केस सामने आएं. इसमें 2,812 लोगों की डेथ भी हुई. सोशल मीडिया पर लोग एक-दूसरे की मदद कर रहे हैं और मांग रहे हैं. कई बड़ी टेक कंपनियां Google, Apple, Microsoft, Xiaomi, Amazon, CRED, Paytm और Zomato के अलावा कई CEO इस संकट की घड़ी में भारत की मदद के लिए सामने आई हैं. ये कंपनियां फंड, मेडिकल सप्लाई और टेक सपोर्ट दे रही हैं. Google के सीईओ सुंदर पिचाई ने अनाउंस किया है कि Google भारत को 18 मिलियन डॉलर (लगभग 135 करोड़ रुपये) डोनेट करेगा. इसमें पहली मदद 20 करोड़ रुपये की जाएगी. कंपनी GiveIndia के जरिए उन परिवारों को कैश से मदद करेगी जिन्हें कोरोना की वजह से सबसे ज्यादा दिक्कत हुई है. स्मार्टफोन कंपनी Xiaomi भारत में 3 करोड़ रुपये डोनेट करेगा. इससे 1000 से ज्यादा ऑक्सीजन कॉन्सन्ट्रेटर खरीदे जाएंगे. Xiaomi GiveIndia के साथ पार्टनरशिप करके 1 करोड़ रुपये फ्रंटलाइन COVID-19 वॉरियर के लिए भी रेज करेगा. इसके लिए Xiaomi के ऑफिशियल वेबसाइट पर डोनेशन पेज जल्द लाइव होगा.
HMD 101 और HMD 100 को भारत में लॉन्च कर दिया गया है. ये फोन्स कम कीमत में दमदार फीचर्स के साथ आते हैं. कंपनी ने इन फोन्स को 1000 रुपये से कम के इंट्रोडक्टरी प्राइस पर लॉन्च किया है. HMD 101 में कॉल रिकॉर्डिंग, MP3 प्लेयर और दमदार बैटरी जैसे फीचर्स मिलते हैं. आइए जानते हैं इन फोन्स की कीमत और दूसरे फीचर्स.

सिंगापुर के हाई कमिश्नर टू इंडिया, साइमन वोंग ने अपनी पोस्ट में दो स्क्रीनशॉट भी साझा किए. पहला स्क्रीनशॉट इंडिगो की ओर से आया व्हाट्सऐप अलर्ट था, जिसमें फ्लाइट कैंसिल होने की जानकारी दी गई थी. दूसरा स्क्रीनशॉट शादी स्थल पर मौजूद मेहमानों द्वारा भेजा गया, जिसमें उन्हें वोंग का इंतजार करते हुए देखा जा सकता था.

इंडिगो की फ्लाइट्स के लगातार कैंसिल और घंटों की देरी के बीच यात्रियों का कहना है कि एयरपोर्ट पर स्थिति बेहद अव्यवस्थित रही. कई यात्रियों ने शिकायत की कि न तो समय पर कोई अनाउंसमेंट किया गया और न ही देरी की सही वजह बताई गई. मदद के लिए हेल्प डेस्क और बोर्डिंग गेट पर बार-बार गुहार लगाने के बावजूद उन्हें स्टाफ का कोई ठोस सहयोग नहीं मिला.










