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हाथरस हादसे पर 'भोले बाबा' की विवादित प्रतिक्रिया, 'जो आया है, उसे जाना ही है...'
Zee News
नारायण साकार हरि यानी 'भोले बाबा' का तर्क है कि जो आया है उसे तो जाना ही है. उन्होंने यह भी कहा है कि उन्हें त्रासद भगदड़ की घटना के बाद अवसाद है.
कासगंज. उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए त्रासद भगदड़ कांड के बाद अब स्वयंभू संत नारायण साकार हरि यानी 'भोले बाबा' की विवादित प्रतिक्रिया सामने आई है. 2 जुलाई को 'भोले बाबा' के सत्संग के बाद मची भगदड़ में 123 लोगों की जान चली गई थी. एक समाचार एजेंसी से हुई बातचीत 'भोले बाबा' ने कहा कि होनी को कोई नहीं टाल सकता है. | Hathras Stampede Accident | Kasganj, Uttar Pradesh: Surajpal also known as 'Bhole Baba' says, "I am extremely sad after the incident of July 2, but who can stop what's bound to happen? Whoever has come has to go one day or the other. Our advocate Dr AP Singh and…
— ANI (@ANI)

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









