हाथरस कांड: बसपा सुप्रीमो मायावती ने साधा यूपी सरकार पर निशाना, कहा- UP में न्याय पाना अति-कठिन
AajTak
मायावती ने अपने ट्वीट में कहा कि हाथरस काण्ड में नए तथ्यों का माननीय हाईकोर्ट द्वारा संज्ञान लेकर गवाहों को धमकाने आदि की जांच का आदेश देने से यूपी सरकार फिर कठघरे में है.
यूपी के हाथरस में हुए गैंग रेप और हत्या के बाद पीड़ित पक्ष के वकील और गवाहों को धमकाने के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रदेश की मौजूदा सरकार पर निशाना साधा है. मायावती ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा कि यूपी के अति-दुःखद व शर्मनाक हाथरस गैंगरेप के पीड़ित परिवार को न्याय पाने में जिन कठिनाइयों का लगातार सामना करना पड़ रहा है वह जग-जाहिर है. किन्तु उस सम्बंध में जो नए तथ्य अब कोर्ट में उजागर हुए वे पीड़ितों को न्याय दिलाने के मामले में सरकार की कार्यशैली पर पुनः गंभीर प्रश्न खड़े करते हैं. 2. हाथरस काण्ड में नए तथ्यों का मा. हाईकोर्ट द्वारा संज्ञान लेकर गवाहों को धमकाने आदि की जाँच का आदेश देने से यूपी सरकार फिर कठघरे में है व लोग सोचने को मजबूर कि पीड़ितों को न्याय कैसे मिलेगा? यह आम धारणा कि यूपी में अपराधियों का राज है व न्याय पाना अति-कठिन, क्या गलत है? मायावती ने अपने एक और ट्वीट में कहा कि हाथरस काण्ड में नए तथ्यों का माननीय हाईकोर्ट द्वारा संज्ञान लेकर गवाहों को धमकाने आदि की जांच का आदेश देने से यूपी सरकार फिर कठघरे में है. लोग सोचने को मजबूर कि पीड़ितों को न्याय कैसे मिलेगा? यह आम धारणा कि यूपी में अपराधियों का राज है व न्याय पाना अति-कठिन, क्या गलत है?नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
देश के ज्यादातर मैदानी इलाकों में पड़ रही प्रचंड गर्मी के बीच दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने बड़ा फैसला लिया है. LG ने निर्देश दिया है कि इस भीषण गर्मी में मजदूरों को 12 बजे से लेकर 3 बजे तक काम से छुट्टी मिलेगी. साथ ही मजदूरों को मिलने वाली इस राहत के बदले कोई भी उनकी सैलरी नहीं काट सकेगा.
करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.