
हाई ब्लड प्रेशर होने पर मिलेगा अलर्ट, Apple के फीचर को मिली मंजूरी, इस महीने से होगा शुरू
AajTak
हाई ब्लड प्रेशर होने पर अब Apple Watch यूजर्स को अलर्ट मिलेगा. 9 सितंबर को आयोजित Apple Event के दौरान कंपनी ने इस फीचर की जानकारी दी थी और अब इस फीचर को अमेरिकी FDA की तरफ से मंजूरी मिल गई है. इस महीने के आखिर तक इसका सपोर्ट यूजर्स को मिल जाएगा. आइए इस फीचर के बारे में डिटेल्स में जानते हैं.
Apple watch में अब एक नया फीचर मिलेगा, जिसकी मदद से यूजर्स को हाइपरटेंशन होने पर नोटिफिकेशन्स मिलेगा. अब इस फीचर को अमेरिका फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) की तरफ से Apple Watch में हाइपरटेंशन फीचर शुरू करने की मंजूरी मिल गई है.
9 सितंबर को हो चुके Apple Event के दौरान न्यू फीचर ब्लड प्रेशर मॉनिटर को पेश किया है, जिसमें बताया गया है कि हाइपरटेंशन के दौरान स्मार्टवॉच पर अलर्ट मिलेगा, जिससे यूजर्स वक्त रहते ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने को लेकर काम कर सकेंगे या करीबी अस्पताल में जा सकेंगे.
इस महीने में मिल जाएगा ये फीचर
Apple ने कहा था कि न्यू हाइपरटेंशन नोटिफिकेशन्स फीचर चुनिंदा Apple Watch के लिए इस सितंबर के अंत तक आ जाएगा. इसमें ऐपल वॉच सीरीज 9, सीरीज 10, सीरीज 11 और प्रीमियम सेगमेंट की वॉच Apple Watch Ultra 2 और Ultra 3 हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, Apple हाइपरटेंशन अलर्ट फीचर को जल्द ही 150 देशों के लिए जारी करेगा. इसमें अमेरिका और यूरोपीय यूनियन के नाम शामिल है.
यह भी पढ़ें: iPhone Air जैसा डिजाइन, कीमत 1 लाख रुपये कम, बेहद खास है ये स्मार्टफोन

Polar Loop price in India: भारतीय बाजार में Polar ने अपना स्क्रीनलेस फिटनेस ट्रैकर लॉन्च कर दिया है. ये डिवाइस Whoop Band जैसे फीचर्स के साथ आता है. जहां Whoop Band के लिए यूजर्स को हर साल सब्सक्रिप्शन खरीदना होता है. वहीं Polar Loop के साथ ऐसा कुछ नहीं है. इस बैंड को यूज करने के लिए किसी सब्सक्रिप्शन की जरूरत नहीं होगी.

इंडिगो एयरलाइन की उड़ानों पर मंडराता संकट शनिवार, 6 दिसंबर को भी खत्म नहीं हुआ और हालात लगातार पांचवें दिन बिगड़े रहे. देश के कई हिस्सों में बड़ी संख्या में फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ीं. बीते चार दिनों से जारी इस गड़बड़ी का सबसे बड़ा असर शुक्रवार को दिखा, जब 1,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुईं, जबकि गुरुवार को करीब 550 फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ी थीं.

भारत और यूरोप के वर्क कल्चर में फर्क को जर्मनी में काम कर रहे भारतीय इंजीनियर कौस्तव बनर्जी ने 'जमीन-आसमान का अंतर] बताया है. उनके मुताबिक, भारत में काम का मतलब अक्सर सिर्फ लगातार दबाव, लंबे घंटे और बिना रुके डिलीवरी से जुड़ा होता है, जबकि जर्मनी और यूरोप में काम के साथ-साथ इंसान की जिंदगी को भी बराबर अहमियत दी जाती है.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo का संचालन शनिवार को भी पटरी पर नहीं लौट सका. संकट अब पांचवें दिन में पहुंच गया है और दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु व चेन्नई एयरपोर्ट पर यात्री रातभर अपने उड़ानों का इंतजार करते नजर आए. पिछले चार दिनों में एयरलाइन को 2,000 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं, जिससे करीब तीन लाख से ज्यादा यात्रियों की यात्रा योजनाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं.









