
शॉपिंग से सैलून तक GST कट का असर... अगली बार मॉल जाएंगे, तो कितना पैसा बचेगा? कर लें कैलकुलेट
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GST Rate Cut का असर लोकल मार्केट से लेकर शॉपिंग मॉल्स तक में नजर आएगा. यहां मौजूद ग्रॉसरी मार्केट से लेकर कपड़े-फुटवियर के शोरूम्स तक और बच्चों के खिलौनों-पढ़ाई के आइटम्स से लेकर बड़े सैलून की सर्विस लेने तक पर फायदा दिखेगा.
जब आप मॉल जाते हैं, तो वहां घूमने के साथ ही शॉपिंग भी करते हैं, घर के जरूरी सामानों की खरीद के साथ ही वहां मौजूद रेस्तरां में खाना भी खाते होंगे. अगर बच्चों को साथ लेकर गए हैं, तो जाहिर है कि उनके लिए बनाए गए आकर्षक फन जोन में उन्हें गेम भी खिलाते होंगे और खिलौने दिलाते होंगे, सिनेमा देखने के शौकीन हैं, तो मल्टीप्लेक्स में फिल्म भी देखते होंगे. इन सभी कामों पर खूब पैसे खर्च होते हैं और इनके बिल पर लागू जीएसटी का भी पेमेंट करना होता है. लेकिन, अब आप अगली बार मॉल जाएंगे, तो आपकी जेब का बोझ कुछ कम होने वाला है, क्योंकि सरकार ने तमाम चीजों पर जीएसटी रेट में बदलाव किया है, जो 22 सितंबर 2025 से लागू हो गए हैं. आइए ऐसे ही 5 फेवरेट कामों पर टैक्स कटौती के असर को समझते हैं?
पहला काम: कपड़े-फुटवियर की शॉपिंग मॉल पहुंचने पर GST Cut का बड़ा फायदा आपको कपड़े और जूतों की शॉपिंग करने पर मिलने वाला है. दरअसल, सरकार ने जीएसटी रिफॉर्म के तहत इन पर लागू टैक्स में कटौती की है. अब 2,500 रुपये या उससे कम कीमत वाले सभी कपड़ों- साड़ी, शर्ट, ट्राउजर, रेडीमेड और अनस्टीच्ड क्लोथ पर 12 फीसदी की जगह नई जीएसटी दरें 5% लागू होंगी.
ऐसे में अगर आप कोई 2000 रुपये की साड़ी या शर्ट खरीदते हैं, तो फिर इसकी कीमत में करीब 140 रुपये की कमी देखने को मिलेगी. क्योंकि 12 फीसदी की दर से इतनी कीमत के कपड़े पर 240 रुपये जीएसटी लगता था, जो अब घटकर 100 रुपये रह गया है. कपड़ों की तरह ही अगर आप अब 2500 रुपये से कम कीमत के फुटवियर खरीदेंगे, तो यहां भी 12 फीसदी नहीं, बल्कि 5 फीसदी जीएसटी देना होगा.
दूसरा काम: घर के राशन पर फायदा कपड़ों-जूतों के अलावा मॉल में मौजूद स्मार्ट बाजार जैसे रिटेल मार्केट लोग घर का राशन भी खूब खरीदते हैं. यहां मिलने वाले तमाम डिस्काउंट ग्राहकों को खूब आकर्षित करते हैं. अब इन डिस्काउंट पर जीएसटी रेट कट का फायदा भी मिलने वाला है और राशन खरीद पर भी खर्च कम होने वाला है. दरअसल, टैक्स स्लैब में बदलाव से रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाले करीब 99% सामान अब या तो 5% या फिर जीरो जीएसटी कैटेगरी में आ चुके हैं और इनपर बंपर बचत होने वाली है.
जैसे- पैकेज्ड आटा-दाल और चावल पर पहले की तरह 5% जीएसटी रहेगा, लेकिन तेल-शैंपू और साबुन भी 18% से हटकर इस स्लैब में आ गए हैं. हर 100 रुपये की चीज पर 13 रुपये की बचत होगी. बच्चों के लिए पास्ता, कॉर्न फ्लेक्स और नूडल्स से लेकर बिस्कुट-नमकीन तक 12-18% से सीधे 5 फीसदी में आ गए हैं और ये सस्ते मिलेंगे. ब्रेड या ब्रेड से बनी चीजों पर तो जीएसटी ही नहीं देना होगा.

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