
लॉरेंस का फ्रेंड, गुर्गे और हथियार का लेन-देन, कोयलांचल में वसूली... एनकाउंटर में ढेर अमन साहू के क्राइम चैप्टर!
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Gangster Aman Sahu encounter: गैंगस्टर अमन साहू अंडरवर्ल्ड सरगना लॉरेंस बिश्नोई को गुर्गों की सप्लाई करता था और बदले में लेता था तबाही के नए-नए हथियार. इनकी फोटो वह सोशल मीडिया पर डालकर रौब जमाता. हैरानी की बात तो यह है कि इस फेसबुक अकाउंट कथित रूप से कनाडा और मलेशिया से ऑपरेट होता था.
हत्या, रंगदारी, लूटपाट और आखिरकार अंडरवर्ल्ड में बड़े मुकाम की चाह. महज 17 साल की उम्र में क्राइम की अंधी दुनिया में एंट्री करने वाला अमन साहू सचमुच में 'अमन का लुटेरा' रहा. कुछ ही दिन पहले जब झारखंड के हजारीबाग में सरकारी कंपनी NTPC के एक बड़े अफसर DGM कुमार गौरव की दिन दहाड़े हत्या हो गई तो रांची से दिल्ली तक सनसनी मच गई. ये झारखंड सरकार के इकबाल पर प्रश्न चिह्न था.
झारखंड पुलिस के पास इस हत्या की वजहों का न तब कोई जवाब था, न आज है. डीजीपी अनुराग गुप्ता ने NTPC ऑफिसर कुमार गौरव की हत्या पर कहा था कि इस मामले में कुछ स्पष्ट नहीं है. ये हत्या किन परिस्थितियों में हुई, किसने की, क्यों की, डीजीपी इनका कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दे सके.
राज्य के पुलिस मुखिया ने इतना जरूर कहा कि झारखंड में जो भी अपराध रहे हैं उनकी साजिश झारखंड के जेलों में रची जा रही है. उन्होंने कहा कि झारखंड में तीन गैंग जेल के अंदर से काम कर रहे हैं. ये गैंग हैं विकास तिवारी, अमन श्रीवास्तव और अमन साव.
कल DGP का बयान, आज एनकाउंटर
10 मार्च को डीजीपी का ये बयान आया. और झारखंड पुलिस उसी दिन NTPC DGM कुमार गौरव की हत्या के मामले में पूछताछ करने रायपुर पहुंच गई. अमन साव छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के ही एक जेल में बंद था. गौरतलब है कि झारखंड और छत्तीसगढ़ पड़ोसी राज्य हैं.
फिर 11 मार्च को खबर आई कि झारखंड पुलिस के जवान से इंसास रायफल छीनकर भागने की कोशिश कर रहा अमन साव पुलिस की जवाबी फायरिंग में मारा गया.

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