
राहत भरी खबर: कोरोना मरीजों के लिए 10 टन ऑक्सीजन पहुंची आगरा, 4 दिन का बैकअप तैयार
Zee News
किसी भी औद्योगिक इकाई को अगले आदेश तक ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं की जाएगी.
आगरा: ऑक्सीजन की किल्लत झेल रहे आगरा शहर के लिए राहत की खबर है. गुरुवार देर रात 1 बजे मोदीनगर प्लांट से 10 मेट्रिक टन ऑक्सीजन से भरा टैंकर आगरा पहुंचा, जिसे डीएम प्रभु एन सिंह ने रिसीव किया. इस ऑक्सीजन से कोविड अस्पतालों के लिए तीन दिन का बैकअप तैयार हो जाएगा. सही वक्त पर किया इंतज़ाम शासन और प्रशासन के सही फैसले से आगरा शहरवासी अब ऑक्सीजन की किल्लत से नहीं जूझेंगे. सही समय पर सरकार ने फैसला लिया और 10 मेट्रिक टन ऑक्सीजन आगरा पहुंचाई. ये ऑक्सीजन सभी कोविड अस्पतालों को सप्लाई की जाएगी. ताकि ज्यादा से ज्यादा संक्रमितों की मदद की जा सके.
Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









