
राजस्थानः गहलोत सरकार से नाराज युवाओं ने शुरू किया 'नौकरी नहीं तो वोट नहीं' अभियान
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राजस्थान में बेरोजगारों ने 9 दिनों तक धरना दिया था, जिसके बाद सरकार ने उनकी मांगों को पूरा करने के लिए एक मंत्रिमंडलीय समिति बनायी थी. मगर मंत्रिमंडलीय समिति से 16 सूत्रीय मांगों के निस्तारण नहीं होने से नाराज बेरोजगार नौजवानों ने सरकार के खिलाफ उपचुनावों में मोर्चा खोल लिया है.
राजस्थान के बेरोजगार नौजवानों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सत्ताधारी कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बेरोजगारों ने राजस्थान में चार विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में प्रत्याशी उतारने का ऐलान किया है और कांग्रेस को वोट नहीं देने की मुहिम शुर कर दी है. गुरुवार के दिन इन नौजवानों ने राजस्थान की कांग्रेस सरकार के खिलाफ सोशल मीडिया पर और राजसमंद विधानसभा क्षेत्र से 'नौकरी नहीं तो वोट नहीं' अभियान की शुरुआत कर दी. इससे पहले पहले युवाओं ने ट्विटर पर 'नौकरी नहीं तो वोट नहीं' को लेकर 3.50 लाख से अधिक ट्वीट किए. ये मुद्दा ट्विटर पर देश में पहले नंबर पर भी ट्रेंड किया था.'नौकरी नही तो वोट नहीं' अभियान की शुरुआत गुरुवार के दिन राजसमन्द विधानसभा उपचुनाव क्षेत्र में स्थित रामेश्वर महादेव मंदिर से हुई. इस अभियान के तहत राजसमन्द विधानसभा क्षेत्र में 3 स्थानों पर अलग-अलग जगह युवा बेरोजगारो ने मीटिंग करके कांग्रेस को वोट नहीं देने की अपील की.
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