![मोदी सरकार के इस फैसले के इमरान खान भी हुए मुरीद, अपने मुल्क को गुलाम बता कोसा](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202206/imran_khan_0-sixteen_nine.jpg)
मोदी सरकार के इस फैसले के इमरान खान भी हुए मुरीद, अपने मुल्क को गुलाम बता कोसा
AajTak
इमरान खान ने तेल की कीमतों में भारी बढ़ोतरी को लेकर पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार पर निशाना साधा है. उनका कहना है कि शरीफ सरकार अमेरिका के डर से रूस से तेल नहीं खरीद रही है. इमरान खान ने पाकिस्तान की हालिया सरकार को अमेरिका का गुलाम बताया है.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान अपने देश में पेट्रोल, डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर शहबाज शरीफ की सरकार पर लगातार तीखे हमले कर रहे हैं. आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में पेट्रोल की कीमतों में फिर से 30 रुपये की बढ़ोतरी की गई है जिससे एक लीटर पेट्रोल की कीमत 209 रुपये हो गई है. इमरान खान ने इसे लेकर गुरुवार को कहा है कि देश के नेता रूस से सस्ता तेल खरीदना नहीं चाहते क्योंकि वो अमेरिका से डरते हैं.
पाकिस्तान की सत्ताधारी पार्टी के नेताओं को अमेरिका का गुलाम बताते हुए इमरान खान ने भारत की तारीफ की है और कहा है कि जहां एक तरफ पाकिस्तान पेट्रोल की कीमतों में 30-30 रुपये की बढ़ोतरी कर रहा है, भारत ने तेल की कीमतों में 25 रुपये की कमी की है. ये एक गुलाम और आजाद देश के बीच के अंतर को दिखाता है.
पाकिस्तान के अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के मुताबिक, खैबरपख्तूख्वा के बेशम में एक रैली को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि उनकी सरकार रूस से सस्ता तेल खरीदना चाहती थी लेकिन मौजूदा "आयातित सरकार" रूसी तेल खरीदने के प्रति अनिच्छा रखती है क्योंकि गुलाम नेताओं को अमेरिका का डर है.
इमरान खान ने की भारत की तारीफ
इमरान खान ने कहा, 'ये लोग अमेरिका के गुलाम हैं. मैं देश की असली आजादी के लिए मुहिम चला रहा हूं. देश को तैयार रहना चाहिए.'
इमरान खान ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान की सरकार तेल की कीमतों में आए दिन बढ़ोतरी कर रही है लेकिन भारत सरकार ने हाल ही में तेल की कीमतों में 25 रुपये की कमी की है. वो आगे बोले, 'ये गुलाम और आजाद देश के निर्णय लेने की क्षमता में अंतर को दिखाता है.'
![](/newspic/picid-1269750-20240615033334.jpg)
G7 मीटिंग के दौरान पीएम मोदी ने इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय बातचीत की. इस दौरान टेक्नोलॉजी समेत तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई. पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री मेलोनी से साइबर सिक्योरिटी के मुद्दे पर भी बात की. G7 के दौरान पीएम मोदी ने ये भी कहा कि भारत AI के लिए नीति बनाने वाले देशों में शामिल है.
![](/newspic/picid-1269750-20240615024355.jpg)
G7 शिखर सम्मेलन के लिए इटली पहुंचे सभी नेताओं का प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने स्वागत किया. G7 समिट में इंडो पैसिफिक, अफ्रीका, जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण, सरणार्थी समस्या और AI से संबंधित चुनौतियों पर चर्चा होगी. भारत G7 का सदस्य नहीं है, लेकिन आउटरीच देश के तौर पर पीएम मोदी को आमंत्रित किया गया है. देखें US TOP 10.
![](/newspic/picid-1269750-20240615004103.jpg)
कुवैत के मंगाफ में 12 जून को लगी भीषण आग में मारे गए 45 भारतीयों के शव लेकर भारतीय वायुसेना का स्पेशल एयरक्राफ्ट शुक्रवार को भारत पहुंचा. ये केरल के कोच्चि एयरपोर्ट पर लैंड हुआ, क्योंकि मृतकों में सबसे ज्यादा 23 लोग केरल के हैं. जान गंवाने वाले अन्य 22 लोगों में तमिलनाडु के 7, आंध्र-उत्तर प्रदेश के 3-3 और बिहार, ओडिशा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, झारखंड, हरियाणा, पंजाब और पश्चिम बंगाल के 1-1 लोग हैं.
![](/newspic/picid-1269750-20240614162651.jpg)
इटली के दक्षिणी इलाके ब्रिनदिसी में कुछ दिनों पहले खालिस्तान समर्थकों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा से छेड़छाड़ की. उन्होंने यहां देश विरोधी नारे लिखे. हालांकि बाद में विदेश मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद प्रतिमा को ठीक करा दिया गया. अभी इस प्रतिमा का अनावरण होना है. पहले बताया गया था कि प्रधानमंत्री मोदी जी7 सम्मेलन में शामिल होने के दौरान इसका अनावरण करेंगे. हालांकि ऐसा नहीं हुआ.
![](/newspic/picid-1269750-20240614111258.jpg)
विदेश मंत्रालय ने कहा कि आज इटली के अपुलिया में G7 शिखर सम्मेलन से इतर पीएम मोदी और इमैनुएल मैक्रों ने द्विपक्षीय बैठक की. दोनों नेताओं ने भारत-फ्रांस के द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की, जिसमें डिफेंस, न्यूक्लियर, स्पेस, एजुकेशन, क्लाइमेट एक्शन, डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर, कनेक्टिविटी और कल्चरल इनीशिएटिव जैसे नेशनल म्यूजियम पार्टनरशिप और लोगों के बीच संबंधों में को बढ़ाने में सहयोग पर चर्चा की.
![](/newspic/picid-1269750-20240614102053.jpg)
इटली में G7 देशों की बैठक में हिस्सा लेने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आमंत्रित हैं. दुनिया के सात सबसे समृद्ध देशों के इस संगठन का भारत वैसे हिस्सा नहीं, लेकिन वो लगातार मेहमान की तरह बुलाया जाता रहा. जानिए, हम क्यों नहीं बन रहे जी7 का सदस्य, और क्या वजह है, जो बाहरी होने के बाद भी हमें लगातार इनविटेशन मिलता रहा.
![](/newspic/picid-1269750-20240614074447.jpg)
क्यों परेशान हैं ब्रिटेन में बसे 10 लाख हिंदू, आम चुनावों से ऐन पहले निकाला 7 मांगों वाला मेनिफेस्टो
ब्रिटेन में जुलाई के पहले हफ्ते में आम चुनाव होने जा रहे हैं. इससे पहले वहां के हिंदुओं ने एक मेनिफेस्टो जारी किया, जिसमें सरकार से लंबी-चौड़ी मांगें हैं. ये पहली बार है जब हिंदुओं ने भावी ब्रिटिश सरकार से सीधी डिमांड रखी. घोषणापत्र का मसौदा हिंदू फॉर डेमोक्रेसी ने बनाया, लेकिन इसका विरोध भी शुरू हो चुका है.