नए साल पर वैष्णो देवी मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा के खास इंतजाम, जरूरी होगा एंट्री कार्ड
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श्री माता वैष्णो देवी भवन पर 500 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. प्रत्येक तीर्थयात्री को रेडियो फ्रीक्वेंसी पहचान पत्र (RFID) जारी किया जा रहा है. बिना कार्ड के किसी भी श्रद्धालु को यात्रा नहीं करने दिया जा रहा है. बेहतर भीड़ प्रबंधन के लिए यात्रियों की आवाजाही पर नजर रखने के लिए आरएफआईडी कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है.
नए साल की पूर्व संध्या पर, जम्मू-कश्मीर स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर में मत्था टेकने के लिए दुनिया भर से हजारों श्रद्धालु कटरा पहुंच रहे हैं. श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड, रियासी जिला प्रशासन और पुलिस ने श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए सुचारू यात्रा के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं.
निगरानी और भीड़ प्रबंधन के उद्देश्य से यात्रा ट्रैक और श्री माता वैष्णो देवी भवन पर 500 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. प्रत्येक तीर्थयात्री को रेडियो फ्रीक्वेंसी पहचान पत्र (RFID) जारी किया जा रहा है. बिना कार्ड के किसी भी श्रद्धालु को यात्रा नहीं करने दिया जा रहा है. बेहतर भीड़ प्रबंधन के लिए यात्रियों की आवाजाही पर नजर रखने के लिए आरएफआईडी कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है.
पिछले साल हुआ था गंभीर हादसा
गौरतलब है कि पिछले साल नववर्ष की पूर्व संध्या पर माता वैष्णो देवी भवन में भगदड़ मच गई थी. हादसे में 12 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए. पिछले साल जैसी स्थिति को रोकने के लिए इस साल श्राइन बोर्ड तकनीक का इस्तेमाल कर रहा है. आरएफआईडी कार्ड बेहतर भीड़ प्रबंधन में अधिकारियों की मदद कर रहे हैं.
कोरोना नियमों का पालन करने की सलाह
COVID-19 की संभावित चौथी लहर के बड़े खतरे के रूप में, श्राइन बोर्ड ने भक्तों को COVID प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी है. लाउडस्पीकर के जरिए लोगों से मास्क पहनने की अपील की जा रही है. हालांकि अभी मास्क पहनना अनिवार्य नहीं किया गया है. जबकि भक्तों के एक वर्ग को मास्क पहने देखा जा सकता है. वहीं कई लोग COVID-19 के खतरे को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं.
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