तालिबान ने कहा, कश्मीर में हम कोई हस्तक्षेप नहीं करेंगे
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अमेरिकी सेना के आखिरी विमान की वापसी के साथ ही तालिबान ने काबुल के इंटरनेशनल एयरपोर्ट को कब्जे में ले लिया और 20 सालों बाद तालिबान और भी मजबूत होकर अफगानिस्तान में दस्तक दे चुका है. इसके बाद से ही अफगानिस्तान में काफी अफरा-तफरी का माहौल है और कई लोग खासकर अमेरिकी और ब्रिटिश सेना के साथ काम कर चुके लोग, अल्पसंख्यकों और महिलाओं को अपनी सुरक्षा का डर सता रहा है.
अमेरिकी सेना के आखिरी विमान की वापसी के साथ ही तालिबान ने काबुल के इंटरनेशनल एयरपोर्ट को कब्जे में ले लिया और 20 सालों बाद तालिबान और भी मजबूत होकर अफगानिस्तान में दस्तक दे चुका है. इसके बाद से ही अफगानिस्तान में काफी अफरा-तफरी का माहौल है और कई लोग खासकर अमेरिकी और ब्रिटिश सेना के साथ काम कर चुके लोग, अल्पसंख्यकों और महिलाओं को अपनी सुरक्षा का डर सता रहा है. (अनस हक्कानी, फोटो क्रेडिट: Getty images) काबुल पर नियंत्रण के बाद से ही तालिबान प्रेस कॉन्फ्रेंस में शांति, महिलाओं के प्रति बेहतर रवैए, सुरक्षा और विकास की बात कर चुका है और तालिबान 2.0 की छवि को गढ़ने में लगा है. हालांकि तालिबान के आते ही अफगानिस्तान में बम ब्लास्ट्स शुरू हो गए हैं और इस देश में आतंक के पनपने का खतरा मंडरा रहा है. फोटो क्रेडिट: Getty images)भारत 46वें अंटार्कटिक संसद की मेजबानी कर रहा है. 30 मई तक चलने वाली इस बैठक में बर्फीले महाद्वीप से जुड़े कई मुद्दों पर बात होगी. फिलहाल वैज्ञानिक परेशान हैं क्योंकि अंटार्कटिक महासागर के भीतर धाराएं कमजोर पड़ रही हैं. डर जताया जा रहा है कि साल 2050 तक ये बहाव इतना कम हो जाएगा कि सांस लेने के लिए ऑक्सीजन घटने लगेगी.
इजरायल ने रफा में हमास के ठिकानों पर रविवार को हवाई हमला किए हैं. इजरायली सेना के इस हमले में कम से कम 35 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और कई लोग घायल हो गए हैं. गाजा में हमास द्वारा चलाए जा रहे स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-किदरा ने कहा, हमले में 34 लोगों की मौत हो गई है और कई लोग घायल हो गए हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं.