![जिसके लिए भारत से गिड़गिड़ा रहे कई देश, खराब बताकर तुर्की ने लौटाया](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202206/erdogan-sixteen_nine.jpg)
जिसके लिए भारत से गिड़गिड़ा रहे कई देश, खराब बताकर तुर्की ने लौटाया
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रूस और यूक्रेन संकट के बीच दुनिया भर में गेहूं संकट चरम पर है. तुर्की को भेजी गई गेहूं की खेप में रुबेला वायरस मिला है. इसके बाद खेप को लौटा दिया है. तुर्की ने यह फैसला ऐसे समय में लिया है, जब गेहूं संकट बना हुआ है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गेहूं खरीदने के विकल्प खोजे जा रहे हैं.
रूस और यूक्रेन युद्ध की वजह से उपजे गेहूं संकट के बीच तुर्की ने भारत से आए गेहूं की खेप लौटा दी है. तुर्की ने कहा है कि भारत के गेहूं में रुबेला वायरस पाया गया है.
तुर्की ने गेहूं में फाइटोसैनिटरी की समस्या का हवाला दिया है. इसके बाद 29 मई को तुर्की ने भारत से आई गेहूं की खेप लौटा दी.
एसएंडपी ग्लोबल कमोडिटी इनसाइट्स की रिपोर्ट के मुताबिक, तुर्की का जहाज 56,877 टन गेहूं से लदा पड़ा था. अब इस जहाज को वापस तुर्की से गुजरात के कांधला बंदरगाह लौटा दिया गया है.
इस्तांबुल के एक ट्रेडर ने बताया, भारत के गेहूं में रुबेला वायरस मिला है. इस वजह से तुर्की के कृषि मंत्रालय ने इस खेप को लेने से इनकार कर दिया.
ट्रेडर ने बताया कि गेहूं से लदा हुआ यह जहाज जून के मध्य तक कांधला लौटेगा.
तुर्की ने यह फैसला ऐसे समय में लिया है, जब गेहूं संकट बना हुआ है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गेहूं खरीदने के विकल्प खोजे जा रहे हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोदी सरकार के गेहूं निर्यात पर बैन के फैसले के बाद करीब 12 देशों ने भारत से मदद मांगी है. भारत ने गेहूं निर्यात बैन के बाद मिस्र को 60,000 टन गेहूं भेजा था.
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