
गुड न्यूजः देश में पहली बार पुरुषों से ज्यादा हुईं महिलाएं, प्रजनन दर भी घटी
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जन्म के समय लिंगानुपात भी सुधरा है. ताजा सर्वे में 1000 बच्चों पर 929 बच्चियां हैं, जबकि 2015-16 में 1000 बच्चों पर 919 बच्चियां थीं.
नई दिल्ली: देश में पहली बार पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की संख्या ज्यादा हो गई है. राष्ट्रीय परिवार और स्वास्थ्य सर्वेक्षण (National Family Health Survey) के अनुसार, देश में 1000 पुरुषों पर 1020 महिलाएं हो गई हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को NFHS-5 के आंकड़े जारी किए.
गांवों का लिंगानुपात शहरों से बेहतर इससे पहले साल 2015-16 के NFHS-4 के आंकड़ों के मुताबिक, 1000 पुरुषों पर 991 महिलाएं थीं. जन्म के समय लिंगानुपात भी सुधरा है. ताजा सर्वे में 1000 बच्चों पर 929 बच्चियां हैं, जबकि 2015-16 में 1000 बच्चों पर 919 बच्चियां थीं. शहरों में 1000 पुरुषों पर 985 महिलाएं हैं, जबकि गांवों में 1000 पुरुषों पर 1037 महिलाए हैं. गांवों का लिंगानुपात शहरों से बेहतर है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









