
गाजा और भारत को लेकर ईरान ने दिया अहम बयान
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भारत में ईरान के राजदूत इराज इलाही ने कहा है कि ग्लोबल साउथ के लीडर के तौर पर भारत गाजा में चल रहे संघर्ष को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि 7 अक्टूबर को हमास की ओर से इजरायल पर किए गए हमले में ईरान की कोई भूमिका नहीं थी.
हमास और इजरायल के बीच पिछले 25 दिनों से खूनी जंग जारी है. कई अंतरराष्ट्रीय समुदाय और अरब देशों की ओर से सीजफायर के आह्वान के बाद भी इजरायल लगातार गाजा पट्टी में बम बरसा रहा है. इसी बीच अरब देश ईरान ने एक बड़ा बयान दिया है. भारत में ईरान के राजदूत इराज इलाही ने कहा है कि गाजा में जारी हिंसात्मक कार्रवाई को भारत रोक सकता है.
इराज इलाही ने एक न्यूज वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में कहा, "ग्लोबल साउथ के लीडर के तौर पर भारत गाजा में चल रहे संघर्ष को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. हमें उम्मीद है कि भारत गाजा की वर्तमान स्थिति को नजरअंदाज नहीं करेगा. इजरायल और हमास के बीच जारी मौजूदा संघर्ष को खत्म कराने में भारत महत्वपूर्ण योगदान देने की क्षमता रखता है."
भारत में ईरान के राजदूत इराज इलाही ने आगे कहा, "भारत हमेशा से वैश्विक मंचों पर नैतिकता और मानवता के साथ खड़ा रहा है. महात्मा गांधी के नैतिक विचारों और फिलिस्तीन को लेकर दिया गया उनका बयान कौन भूल सकता है. इन सिद्धातों ने ही भारत को ग्लोबल साउथ की एक प्रमुख आवाज के रूप में उभरने का मार्ग दिया है. इससे कोई इनकार नहीं कर सकता है कि भारत के पास नैतिक साहस को कायम रखने और ह्यूमन स्पिरिट को बरकरार रखने का एक लंबा इतिहास है."
इजरायल और हमास में जारी जंग को लेकर पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, "मेरा पूर्ण विश्वास है कि गाजा में चल रहे नरसंहार पर भारत आंखें नहीं मूंदेगा. सच यह है कि भारत के पास यह इस संघर्ष को खत्म करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की क्षमता है."
इजरायल पर हमास के हमले में ईरान का कोई हाथ नहींः इलाही
इंटरव्यू के दौरान ईरानी राजदूत ने क्षेत्रीय चुनौतियों से निपटने के लिए बाहरी शक्तियों (देशों) के साथ काम करने के बजाय पड़ोसी अरब देशों के साथ काम करने का संकेत दिया. उन्होंने कहा कि इतिहास से सबक लेते हुए हम बाहरी हस्तक्षेप के बजाय क्षेत्रीय एकजुटता और भाईचारे को बढ़ावा देने के महत्व को समझते हैं.

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