
क्या होता है अगर मृत्युदंड पाया अपराधी पहली बार बच जाए, क्या दोबारा सजा मुमकिन है?
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अमेरिका में नाइट्रोजन गैस के जरिए एक अपराधी को मौत की सजा दी जाएगी. पहले भी उसे मृत्युदंड देने की कोशिश हुई थी, जो नाकामयाब रही. अब दोबारा सजा को अमानवीय के साथ असंवैधानिक भी कहा जा रहा है. क्या होता है अगर एक मृत्युदंड के दौरान पहली बार में अपराधी की मौत न हो सके? क्या इसके बाद उसे सजा से राहत मिल जाती है?
अमेरिकी शख्स कैनेथ स्मिथ को करीब 4 दशक पहले हुई एक हत्या का दोषी पाया गया. इसके लिए उसे मृत्युदंड मिला. अब इसी महीने के आखिर में स्मिथ को अलबामा में नाइट्रोजन हाइपोक्सिया के जरिए मौत दी जाएगी. साल 2022 में भी उसे जहरीला इंजेक्शन देकर मौत देने की कोशिश हुई थी, जो असफल रही.
सजा के दौरान यातना के आरोप
स्मिथ पर इंट्रावेनस यानी नसों के जरिए केमिकल डालने का प्रयास हुआ. हाथ से लेकर गले की नसों तक में आईवी फेल हो गया. कई घंटों की कोशिश के बाद भी एक्सपर्ट उसकी नसों तक नहीं पहुंच सके. इसके बाद कुछ समय के लिए सजा टाल दी गई थी. ये सब कुछ डेथ चैंबर के भीतर हुआ, जिसमें मेडिकल और पुलिस अधिकारियों के अलावा कोई नहीं था. इसके बाद से ही मानवाधिकार आयोग इसपर बात करने लगा.अब यूनाइटेड नेशन्स के एक्सपर्ट स्मिथ की सजा का विरोध कर रहे हैं.
इसके दो कारण हैं - पहली वजह ये है कि एक्सपर्ट नाइट्रोजन से मौत को बेहद क्रूर मान रहे हैं. उनका कहना है कि इससे अपने आखिरी समय में भी शख्स काफी तकलीफ में रहेगा.
- विरोध का दूसरा कारण ये है कि स्मिथ को पहले ही मौत की सजा देने की एक कोशिश हो चुकी है. इससे बचने के बाद दोबारा सजा देने का जिक्र संविधान में नहीं.

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