
कोरोना काल में संकट से जूझ रहे थे पांच मंत्रालय, PM मोदी ने नए चेहरों पर लगाया दांव
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कैबिनेट विस्तार (Cabinet Expansion) में सबसे अहम रहा महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी को बदलना. सबसे खास बात ये भी है कि पिछले दो साल के कोरोना काल में जिन मंत्रालयों पर देश की सबसे ज्यादा नज़र थी, उनको अब नए हाथों में दे दिया गया है.
नरेंद्र मोदी सरकार (Modi Government) के दूसरे कार्यकाल का पहला और बड़ा कैबिनेट फेरबदल हो गया है. पीएम मोदी की इस नई टीम में कई युवा, प्रोफेशनल चेहरों को मौका मिला है, तो वहीं कुछ मंत्रियों की छुट्टी भी हुई है. कैबिनेट विस्तार (Cabinet Expansion) में सबसे अहम रहा महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी को बदलना. सबसे खास बात ये भी है कि पिछले दो साल के कोरोना काल में जिन मंत्रालयों पर देश की सबसे ज्यादा नज़र थी, उनको अब नए हाथों में दे दिया गया है. 1. स्वास्थ्य मंत्रालय...(Health Ministry) कोरोना काल में सबसे अहम रोल स्वास्थ्य मंत्रालय के पास ही रहा था. पिछले डेढ़ साल से देश में जो कुछ भी हो रहा है, उसके केंद्र में स्वास्थ्य मंत्रालय भी रहा है. लेकिन अब डॉक्टर हर्षवर्धन को कैबिनेट से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान जिस तरह केंद्र सरकार पर सवाल उठे, उसने ना सिर्फ देश बल्कि विदेशों में भी मोदी सरकार की छवि को नुकसान पहुंचाया, ऐसे में कैबिनेट विस्तार में इसका असर दिखा. अब मनसुख मंडाविया को स्वास्थ्य मंत्रालय की ज़िम्मेदारी दी गई है. कोरोना काल में ऑक्सीजन सप्लाई के मामले में मनसुख मंडाविया ने अहम रोल निभाया था और देश के अलग-अलग हिस्सों में तुरंत सप्लाई पर ज़ोर दिया था. देश जब कोरोना की तीसरी लहर के मुहाने पर खड़ा है, तब नए स्वास्थ्य मंत्री के सामने कई चुनौतियां होंगी.
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