'कोई भी भारत जैसे देश में...', अमेरिका को आखिरकार हुआ गलती का एहसास!
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पिछले दो साल से भारत में अमेरिका का कोई राजदूत नहीं है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जुलाई 2021 में एरिक गार्सेटी को राजदूत के लिए नॉमिनेट किया था. लेकिन मेयर कार्यकाल के दौरान उनके स्टाफ सदस्य के ऊपर लगे यौन उत्पीड़न आरोप के कारण नियुक्ति नहीं हो सकी थी. वहीं, अब अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने इस पर टिप्पणी की है.
भारत में जल्द अमेरिका अपने राजदूत की नियुक्ति कर सकता है. अमेरिकी कांग्रेस के ऊपरी सदन (सीनेट) की एक समिति ने बुधवार को भारत में अमेरिकी राजदूत पद के लिए लॉस एंजिल्स के पूर्व मेयर एरिक गार्सेटी के पक्ष में वोटिंग की. सदन की विदेश संबंधी समिति ने बुधवार को गार्सेटी के नामांकन को 13-8 के वोट से मंजूरी दी है. गार्सेटी के ऊपर लगे यौन उत्पीड़न मामले से निपटने के सवालों के बीच सीनेट की वोटिंग से उनका राजदूत बनने का रास्ता साफ हो गया.
गार्सेटी के ऊपर आरोप है कि लॉस एंजिल्स के मेयर रहते हुए उन्होंने यौन शोषण करने वाले अपने ऑफिस स्टाफ पर कार्रवाई नहीं की थी.
हालांकि, इस बात की अभी भी पुष्टि नहीं की गई है कि उनके ऑफिस स्टाफ पर चल रहे यौन उत्पीड़न के आरोपों के बीच उनकी नियुक्ति कब की जाएगी.
पिछले दो साल से भारत में अमेरिका का स्थायी राजदूत नहीं
अमेरिका ने भारत में पिछले दो साल से अपना कोई स्थायी राजदूत नहीं नियुक्त किया है. 2018 से ही हिंद-प्रशांत क्षेत्र में दबदबे को लेकर अमेरिका और चीन के बीच तनाव चरम पर है. ऐसे में क्षेत्र के अहम देश भारत में अमेरिकी राजदूत नहीं होने पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने भी टिप्पणी की है.
सीनेट समिति में भारत में अमेरिकी राजदूत को लेकर की गई वोटिंग पर पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि देश की जरूरत और महत्व को देखते हुए सीधे शब्दों में कहें तो अमेरिका को भारत में एक स्थायी राजदूत की आवश्यकता है.