'कागज' जैसा वो ड्रग्स, जिसकी सबसे बड़ी खेप NCB ने पकड़ी... जानें कितना खतरनाक? क्या हो सकती है सजा?
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एनसीबी ने एलएसडी ड्रग की सबसे बड़ी खेप पकड़ी है. इसमें एलएसडी के करीब 15 हजार ब्लॉट हैं. एनसीबी के मुताबिक, एलएसडी की कमर्शियल क्वांटिटी 0.1 ग्राम है, लेकिन पकड़ी गई खेप इससे ढाई हजार गुना ज्यादा है. जानते हैं- ये ड्रग कितना खतरनाक है? इसका सेवन या तस्करी पर कितनी सजा हो सकती है?
नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी ने एलएसडी की अब तक की सबसे बड़ी खेप पकड़ी है. एलएसडी यानी लिसर्जिक एसिड डायथाइलैमाइन. एनसीबी ने एक ही ऑपरेशन में एलएसडी के लगभग 15 हजा ब्लॉट्स जब्त किए हैं.
एनसीबी का कहना है कि इंटरनेशनल ड्रग्स ट्रैफिकिंग का ये रैकेट डार्क वेब पर चल रहा था. एनसीबी ने इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार भी किया है.
एनसीबी के अधिकारियों ने बताया कि जब्त की गई एलएसडी की कीमत इंटरनेशनल मार्केट में 10 करोड़ से ज्यादा है. यानी, हर एक ब्लॉट की कीमत 5 से 7 हजार.
वहीं, जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, वो स्टूडेंट और युवा हैं जो सीक्रेट ऐप्स और WICKR जैसी मैसेंजर सर्विस पर गुमनाम रहकर पैसा कमाना चाहते थे.
क्यों अब तक की सबसे बड़ी खेप है ये?
- एनसीबी नॉर्थन रीजन के डिप्टी डीजी ज्ञानेश्वर सिंह ने बताया कि सिंगल ऑपरेशन में ये एलएसडी की अब तक की पकड़ी गई सबसे बड़ी खेप है.
इससे पहले अमेठी से उम्मीदवार बनने के सवाल पर रॉबर्ट वाड्रा ने कहा था कि देश के हर कोने में इस पर चर्चा चल रही है. यह जनता की पुकार है. उन्होंने कहा था कि वह लोगों की कड़ी मेहनत को समझते हैं. अमेठी के लोग चाहते हैं कि मैं उनका प्रतिनिधित्व करूं, उनके क्षेत्र में जाऊं और उनकी समस्याएं सुनूं ताकि वे प्रगति कर सकें. मैं भी राजनीति में आने का इच्छुक हूं लेकिन निर्णय सही समय पर लिया जाएगा. अभी कोई जल्दी नहीं है.'
झारखंड के देवघर (deoghar) में एक महिला हथियार तस्कर (female arms smuggler) को पुलिस ने पकड़ा है, उसके पास से हथियार भी बरामद किए गए हैं. अधिकारियों का कहना है कि महिला के साथ अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं, इस संबंध में जांच-पड़ताल की जा रही है. पुलिस ने आरोपी महिला के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 700 करोड़ की अटारी ड्रग्स मामले में 7वां तस्कर को गिरफ्तार किया है. एनआईए ने अपने एक बयान में कहा है कि मुख्य आरोपी उत्तर प्रदेश के शामली का रहने वाला तहसीम उर्फ मोटा इस मामले में गिरफ्तार होने वाला सातवां आरोपी है. दरअसल, अप्रैल 2022 में सीमा शुल्क विभाग ने करीब 700 करोड़ रुपये की हेरोइन जब्त की थी.