
उत्तराखंड में एक बार फिर बारिश का कहर, पिथौरागढ़ में फटा बादल; मची भारी तबाही
Zee News
उत्तराखंड (Uttarakhand) के पिथौरागढ़ जिले के धारचूला स्तिथ दूरस्थ गांव जुम्मा में बादल फटने (Cloudburst in Pithoragarh) से भारी नुकसान की खबर आ रही है और घटना में कई लोग फिलहाल लापता बताए जा रहे हैं.
देहरादून: उत्तराखंड (Uttarakhand) में एक बार फिर बारिश का कहर देखने को मिल रहा है और पिथौरागढ़ जिले के धारचूला स्तिथ दूरस्थ गांव जुम्मा में बादल फटने (Cloudburst in Pithoragarh) से भारी नुकसान की खबर आ रही है. बताया जा रहा है इस घटना में कई लोग फिलहाल लापता बताए जा रहे हैं. इस बड़े प्राकृतिक आपदा में राहत बचाव के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ मौके को रवाना हो चुकी है. बादल फटने (Cloudburst) की घटना के बाद इलाके के दर्जनों घर हुए जमीदोंज हो गए हैं, जबकि जुम्मा गांव के पास भूस्खलन की वजह से 2 लोगों की दुखद मौत हो गई है. 5 अन्य की मलबे में दबे होने की खबर है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने जिलाधिकारी से बात की और रेस्क्यू मिशन तेज करने का निर्देश दिया है.
Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









