
इस शख्स के हाथ के बजाय अपनी जांघ में लगवाई Corona Vaccine, जानिए फिर क्या हुआ
Zee News
झारखंड में एक शख्स के बचपन से ही दोनों हाथ नहीं थे, लेकिन फिर भी उसने कोरोना का टीका लगवाने की ठान ली और डॉक्टरों के पास जाकर अपनी जांघ पर कोरोना वैक्सीन लगवा ली. राज्य के सीएम ने भी उनकी तारीफ की है.
नई दिल्ली: दुनिया के करोड़ों लोगों ने कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) लगवाने के लिए आस्तीन उठाई, लेकिन झारखंड के रहने वाले गुलशन लोहार (Gulshan Lohar) देश के एकमात्र ऐसे शख्स हैं, जिन्होंने अपनी जांघ पर कोरोना का टीका लगवाया है. गुलशन के दोनों हाथ नहीं हैं. ऐसे में जब गुलशन कोरोना वैक्सीन लगवाने सेंटर पर पहुंचे तो डॉक्टर असमंजस में पड़ गए कि वैक्सीन कहां पर लगाएं. इस पर गुलशन ने स्वास्थ्यकर्मियों से कहा कि उनकी जांघ पर वैक्सीन लगा दें. इसके बाद डॉक्टरों ने उनके जांघ पर वैक्सीन लगा दी. इस तरह गुलशन उन करोड़ों लोगों के लिए उदाहरण बन गए, जो अभी भी वैक्सीन लगवाने से डर रहे हैं. अपने इस सराहनीय कार्य से उन्होंने एक जागरूक नागरिक होने का उदाहरण पेश किया है.
Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









