आज का दिनः एक साल तक चले किसान आंदोलन के बाद अचानक इतनी नरम कैसे पड़ गई सरकार?
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किसान आंदोलन एक साल चला. कई मोर्चे पर बातचीत की पहल हुई, लेकिन कोई हल नहीं निकला. एक साल बाद अचानक सरकार नरम कैसे पड़ गई. महिलाओं की तुलना में पुरुष क्या ज्यादा कोरोना से प्रभावित हुए, ऐसे कई सवालों के जवाब इस खास एपिसोड में सुनिए.
'आजतक रेडियो' के मॉर्निंग न्यूज़ पॉडकास्ट 'आज का दिन' में आज हम चर्चा करेंगे कि एक साल तक चले किसान आंदोलन के बाद अचानक इतनी नरम कैसे पड़ गई सरकार? क्या महिलाओं की तुलना में पुरुष ज्यादा कोरोना से प्रभावित हुए हैं? आजतक रेडियो पर हम रोज़ लाते हैं देश का पहला मॉर्निंग न्यूज़ पॉडकास्ट ‘आज का दिन’, जहां आप हर सुबह अपने काम की शुरुआत करते हुए सुन सकते हैं आपके काम की ख़बरें और उन पर क्विक एनालिसिस. साथ ही, सुबह के अख़बारों की सुर्ख़ियां और आज की तारीख में जो घटा, उसका हिसाब किताब. आगे लिंक भी देंगे लेकिन पहले जान लीजिए कि आज के एपिसोड में हमारे पॉडकास्टर अमन गुप्ता किन ख़बरों पर बात कर रहे हैं.
कई इलाकों में लोगों को पानी के टैंकरों के पीछे बाल्टी और पाइप लेकर दौड़ते देखा जा सकता है. पानी का टैंकर देखते ही लोग उस पर झपट पड़ते हैं जिसके कई वीडियो सामने आए हैं. लोग लंबी-लंबी लाइनों में लगे हुए हैं. संकट इतना बड़ा है कि गुरुवार को दिल्ली सरकार को इमरजेंसी बैठक बुलानी पड़ी. इसके अलावा पानी की बर्बादी पर जुर्माना लगाया ही जा चुका है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कन्याकुमारी में ध्यान कर रहे हैं. ठीक 131 साल पहले उसी जगह एक और नरेंद्र ने ध्यान लगाया था और वहां ध्यान करने के बाद वो शिकागो (अमेरिका) में विश्व धर्म संसद में भाषण देने के लिए पहुंचे थे. बाद में आगे चलकर दुनिया ने उन्हें स्वामी विवेकानंद के नाम से जाना. कन्याकुमारी में उनके ध्यान ने हिंदू धर्म की रूपरेखा बदल दी थी.
आज सुबह की ताजा खबर (Aaj Ki Taza Khabar), 31 मई, 2024 की खबरें और समाचार: कन्याकुमारी में विवेकानंद रॉक मेमोरियल में पीएम मोदी की 'ध्यान साधना' जारी है. कर्नाटक के सेक्स स्कैंडल मामले के आरोपी सांसद प्रज्वल रेवन्ना को जर्मनी से भारत लौटते ही अरेस्ट कर लिया गया है. भारत के अधिकांश राज्यों में भीषण गर्मी पड़ रही है और कई लोग गर्मी की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं.