
अहम सैन्य ठिकानों पर एंटी ड्रोन सिस्टम तैनात करेगा भारत, एयर फ़ोर्स स्टेशन पर हुआ था ड्रोन से हमला
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एनएसजी और सीआईएसएफ समेत मरकजी गृह मंत्रालय की एक टीम के अफसर ने जम्मू हवाई अड्डे का मुआयना कर वहां काउंटर ड्रोन सिस्टम लगाने का फैसला किया गया है.
नई दिल्लीः हाल में जम्मू-कश्मीर में ड्रोन गाइडेड हमले होने के बाद मरकजी हुकूमत ने अपने अहम सैन्य ठिकानों पर एंटी ड्रोन सिस्टम तैनात करने का फैसला किया है. जम्मू-कश्मीर में गुजिश्ता तीन दिनों में तीन बार ड्रोन देखे गए हैं. माना जा रहा है की ये सभी सरहद पार से गाइड किए जा रहे थे. लिहाजा केंद्र सरकार ने सभी अहम ठिकानों और सरहदी इलाकों को तकनीक की मदद से हिफाजत किए जाने का हुक्म दिया हैं. वहीँ बुध को देर शाम जम्मू एयर फ़ोर्स स्टेशन पैर हुए हमले के बाद वहां जांच कर रही टीम ने दवा किया है कि हमले के कुछ ही वक़्त पहले स्टेशन के अन्दर ड्रोन दाखिल हुआ था. 2 defence personnel observed drones entering Jammu Air Base seconds before they dropped bombs: Sources Read Story |
Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









