UP में आखिर किसकी हवा? CM योगी, अखिलेश और मायावती ने लगाया पूरा दम
Zee News
सीएम योगी आदित्यनाथ जब से मुख्यमंत्री बने हैं तब से ही अयोध्या को लेकर उनका विशेष लगाव दिखता है. मंदिर निर्माण की शुरुआत के बाद अयोध्या का विकास मॉडल भी उनके एजेंडे में काफी ऊपर है.
नई दिल्ली: यूपी में विधान सभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) के लिए सभी राजनीतिक दलों ने जोर लगाना शुरू कर दिया है. मुकाबले में कई पार्टियां और कई नेता हैं. लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव इस वक्त सबसे ज्यादा एक्टिव नजर आ रहे हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से कर्मयोगी का सर्टिफिकेट मिला और योगी की तैयारी अयोध्या के विकास मॉडल को यूपी के विकास मॉडल के तौर पर पेश करने की है. वहीं 5 अगस्त को समाजवादी पार्टी के दो बड़े कार्यक्रमों के साथ अखिलेश यादव ने भी 2022 के लिए हुंकार भर दी है. 2022 यूपी विधान सभा चुनाव में सियासी पार्टियों ने दम और दांव लगाने शुरू कर दिए हैं लेकिन यूपी में किसकी हवा है? इस सवाल का जवाब सभी तलाश कर रहे हैं. क्या योगी आदित्यनाथ के अयोध्या मॉडल को लोग पसंद करेंगे या फिर साइकिल की सवारी से अखिलेश को सत्ता मिलेगी. इन सवालों के बीच दोनों नेता अपनी तैयारियों को अगले स्तर पर लेने जाने की कोशिश में जुट गए हैं.Delhi Baby Care Center Fire: देश की राजधानी दिल्ली से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है. यहां के एक बेबी अस्पताल में भीषण आग लगने से 6 बच्चों की झुलसकर मौत हो गई है. वहीं, 5 बच्चों की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है. उनका इलाज चल रहा है, जबकि एक बच्चा वेंटिलेटर पर है. रिपोर्ट्स की मानें, तो यह घटना शनिवार 25 मई देर रात की है.
Swati Maliwal: आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल ने गुरुवार को उन मीडिया रिपोर्ट्स पर प्रतिक्रिया दी, जिनमें दावा किया गया था कि पार्टी चाहती थी कि वह अपनी राज्यसभा सदस्यता छोड़ दे ताकि उसे एक 'विशेष वकील' को दिया जा सके. इस पर उन्होंने कहा, अगर पार्टी चाहती कि वह राज्यसभा सदस्यता छोड़ दें तो वह खुशी-खुशी इसे छोड़ देतीं.
Pune Porsche Crash: पुणे के पोर्श कार हादसे मामले में ट्विस्ट आया है. अब 17 साल के नाबालिग आरोपी ने दावा किया है कि घटना के समय वह कार नहीं चला रहा था बल्कि फैमिली ड्राइवर चला रहा था. हादसे के समय आरोपी के साथ मौजूद उसके साथियों ने भी इस दावे का समर्थन किया है. वहीं महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) की नेता सुप्रिया सुले और शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने दावा किया कि आरोपी को पुलिस स्टेशन में पिज्जा की पेशकश की गई.