
TCS कर्मचारी ने कहा– नहीं दूंगा इस्तीफा, जो करना है कर लो, HR ने ब्लैकलिस्ट करने की दी धमकी
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TCS के एक कर्मचारी ने HR की इस्तीफा देने की मांग ठुकरा दी और आरोप लगाया कि कंपनी बेंच पर बैठे कर्मचारियों को टारगेट कर रही है. उनकी पोस्ट वायरल हो गई और कई लोग कंपनी के माहौल पर सवाल उठा रहे हैं.
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के एक टेक्निकल एक्सपर्ट का अनुभव इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा में है. उन्होंने बताया कि कंपनी की HR टीम ने उन्हें इस्तीफा देने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने साफ मना कर दिया. कर्मचारी ने रेडिट पर पोस्ट लिखते हुए कहा –"तीन दिन पहले मुझे मीटिंग में बुलाकर इस्तीफा देने को कहा गया. मैं डरा हुआ था, रो भी पड़ा, लेकिन मैंने कहा कि मैं इस्तीफा नहीं दूंगा. उन्होंने धमकी दी कि मुझे खराब रिव्यू देंगे, लेकिन मैंने कह दिया कि जो करना है करो.
प्रोजेक्ट आवंटन रोकने और प्रोफाइल फ्रीज करने के आरोप कर्मचारी ने आरोप लगाया कि कंपनी बेंच पर बैठे कर्मचारियों (जिनके पास फिलहाल कोई प्रोजेक्ट नहीं है) को टारगेट कर रही है. उनके मुताबिक, HR उनकी प्रोफाइल फ्रीज कर देती है ताकि उन्हें नए प्रोजेक्ट न मिलें. यहां तक कि अगर वे अपने संपर्कों से प्रोजेक्ट ढूंढ भी लें, तो RMG उस आवंटन को रद्द कर देता है. उन्होंने कहा कि कई और कर्मचारी भी इस्तीफा देने से मना कर रहे हैं.
HR रोज़ाना उन्हें बुलाकर धमकी देता है—जैसे सैलरी रोकना, ब्लैकलिस्ट करना, खराब रिव्यू देना या यह कहना कि कहीं और नौकरी नहीं मिलेगी. इसके बावजूद लोग विरोध कर रहे हैं और 10 दिन से ज़्यादा हो गए हैं, वे अब भी TCS में टिके हुए हैं.
10 दिन से ज्यादा संघर्ष के बाद भी टिके कर्मचारी कर्मचारी ने कंपनी के माहौल को "ज़हरीला" बताते हुए लिखा कि उन्होंने TCS जॉइन की थी क्योंकि इसकी जॉब सिक्योरिटी और वर्क कल्चर की बहुत तारीफ थी, लेकिन अब उन्हें पछतावा हो रहा है. उन्होंने कहा कि रतन टाटा के बाद कंपनी बदल गई है. यह पहली बार नहीं है जब IT कंपनियों में ऐसे मामले सामने आए हैं. कुछ समय पहले पुणे के एक प्रोफेशनल ने भी बताया था कि कैसे उन्होंने बिना दूसरी नौकरी पाए ही इंफोसिस से इस्तीफा दे दिया. फिलहाल, TCS की तरफ़ से इस वायरल पोस्ट पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है.

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