
Sputnik V vaccine की किल्लत होगी दूर, भारत में निर्मित टीके की जल्द होगी सप्लाई
Zee News
देश में वैक्सीनेशन लगातार तेज किया जा रहा है. इसी क्रम में अब भारत में निर्मित स्पूतनिक वी वैक्सीन (Sputnik V Vaccine) का प्रोडक्शन भी बढ़ाया जा रहा है. सितंबर-अक्टूबर के दौरान यह वैक्सीन मिलना शुरू हो जायेगी.
हैदराबाद: भारत में तेजी से कोरोना वैक्सीनेशन किया जा रहा है. इस बीच एक और वैक्सीन की डोज मिल सकती है. भारत में रूस की स्पूतनिक वी वैक्सीन (Sputnik V Vaccine) का उत्पादन कर रही डॉ रेड्डी लेबोरेटरीज लिमिटेड को उम्मीद है कि सितंबर-अक्टूबर के दौरान यह वैक्सीन मिलना शुरू हो जायेगी. दवा निर्माता कंपनी डॉ रेड्डी के प्रमुख बाजारों के चीफ एग्जीक्यूटिव अधिकारी एमवी रमन ने कहा कि रूस में Covid-19 के नए मामलों में तेजी से स्पूतनिक वी की खुराक के भारत आने में देरी हो रही है. अगस्त के अंत तक स्थिति ठीक हो सकती है. उन्होंने कहा, 'स्थानीय निर्माता वर्तमान में तकनीक को अपनाने और प्रोडक्शन को बढ़ाने की प्रक्रिया में हैं. हमें उम्मीद है कि सितंबर-अक्टूबर के दौरान भारत में निर्मित स्पूतनिक वी वैक्सीन (Sputnik V Vaccine) उपलब्ध होगी.'
Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









