
Shreyas Iyer, World Cup 2023: इंजर्ड थे, नंबर-4 की समस्या दूर की, वर्ल्ड कप में आग उगल रहा है श्रेयस अय्यर का बल्ला
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आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 में श्रेयस अय्यर ने भारत के लिए शानदार प्रदर्शन किया है. श्रेयस ने नंबर-4 की समस्या को पूरी तरह सुलझा दिया है. श्रेयस 10 मैचों में 75.14 के एवरेज से 526 रन बना चुके हैं.
भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 के पहले सेमीफाइनल मुकाबले में 70 रनों से जीत हासिल की थी. अब फाइनल में भारतीय टीम का सामना पांच बार की चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया से होगा. फाइनल मुकाबला 19 नवंबर (रविवार) को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाना है.
कीवी टीम के खिलाफ जीत में मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज श्रेयस अय्यर की अहम भूमिका रही. विराट कोहली के बाद चौथे नंबर पर बैटिंग करने उतरे श्रेयस ने शतकीय पारी खेली. श्रेयस अय्यर ने महज 70 गेंदों पर 105 रन बनाए, जिसमें आठ छक्के और चार चौके शामिल रहे. श्रेयस का मौजूदा वर्ल्ड कप में ये लगातार दूसरा शतक रहा. इससे पहले उन्होंने नीदरलैंड्स के खिलाफ भी शतकीय पारी (128*) खेली थी.
2019 ➡️ 2023 The result may have been different but some things remain the same 🤗#CWC23 pic.twitter.com/HFM6ldNi3B
इंजरी के चलते श्रेयस का खेलना तय नहीं था!
आपको याद होगा कि एशिया कप और वर्ल्ड कप 2023 की शुरुआत से पहले टीम इंडिया के लिए चिंता का सबब नंबर-4 पोजीशन था. तब श्रेयस इंजरी से उबर रहे थे और उनके खेलने पर सस्पेंस बना हुआ था. वहीं ऋषभ पंत पहले ही इंजरी के चलते इन दोनों टूर्नामेंट्स से बाहर हो चुके थे. हालांकि भारतीय टीम के लिए अच्छी बात यह रही कि श्रेयस सही समय पर पीठ की इंजरी से उबर गए.
भारतीय टीम वर्ल्ड कप 2019 में सेमीफाइनल स्टेज में हारकर बाहर हुई थी. तब उसे न्यूजीलैंड के ही हाथों शिकस्त मिली थी. उस वर्ल्ड कप में भारत की सबसे बड़ी समस्या नंबर-चार पोजीशन रही थी. तब शुरुआती कुछ मैचों में विजय शंकर को नंबर-4 पर खेलने पर मौका मिला, लेकिन बाद के मैचों में ऋषभ पंत इस पोजीशन पर खेले.

भारत और साउथ अफ्रीका के बीच वनडे सीरीज का तीसरा और निर्णायक मैच अब शनिवार (6 दिसंबर) को वाइजैग (विशाखापत्तनम) में है. रांची में भारत जीता और रायपुर में अफ्रीकी टीम ने जीत दर्ज की. वाइजैग के साथ भारत के लिए एडवांटेज यह है कि यहां टीम का रिकॉर्ड शानदार है. यहां कोहली-रोहित चलते हैं, साथ ही 'ब्रांड धोनी' को पहली बड़ी पहचान यहीं मिली थी.












